बलौदाबाजारः CG News छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले के पलारी नगर पंचायत में शुक्रवार देर रात बीजेपी नेताओं और पुलिसकर्मियों के बीच विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि बात हाथापाई तक आ गई। पुलिसकर्मियों की नपं अध्यक्ष यशवर्धन मोनू वर्मा सहित कई नेताओं ने पिटाई कर दी। भाजपा ने इससे इनकार करते हुए उल्टे पुलिस वालों पर मारपीट का आरोप लगाया है। इस मामले में एसपी ने बड़ा एक्शन लेते हुए थाना प्रभारी और दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। अब इस पूरे मामले को लेकर सियासत भी गर्म हो गई है।
CG News जानकारी के मुताबिक नगर पंचायत अध्यक्ष यशवर्धन वर्मा देर रात बस स्टैंड के सामने अपने कुछ दोस्तों के साथ शराब पीकर तेज आवाज में अश्लील गाना सुन रहे थे। तभी पलारी पुलिस को इसकी सूचना लोगों ने दी। जिस पर पलारी TI केसर पराग ने 2 सिपाही मनीष बंजारे और मोहन राय को मौके पर भेजा। जैसे ही दोनों कांस्टेबल नगर पंचायत अध्यक्ष की कार के पास पहुंचे और सड़क पर शराब पीकर हुड़दंग मचाने से रोका। जिस पर नगर पंचायत अध्यक्ष बौखला गए और दोनों कांस्टेबल के साथ मारपीट की। इतना ही नहीं जान से मारने की धमकी दी।इसके बाद जिले के तमाम बीजेपी नेता और भाजपा जिला अध्यक्ष सनम जांगड़े देर रात पलारी थाना पहुंचे और घंटों थाने के अंदर जमकर बवाल काटा। जिसके बाद SP विजय अग्रवाल ने पलारी TI केसर पराग और 2 कांस्टेबल को निलंबित कर दिया। पूरे मामले पर निलंबित TI और पीड़ित कांस्टेबल का कहना है कि अगर इस तरीके से कार्रवाई होती रहेगी तो पुलिस कभी भी सही तरीके से काम नहीं कर पाएगी।
उधर, नगर पंचायत अध्यक्ष यशवर्धन वर्मा का आरोप है कि उनके साथ पुलिस जवानों ने मारपीट की और गलत आरोप लगाया। अब इस मामले पर सियासत भी शुरू हो गई है। कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि सत्ता के नशे में भाजपा नेता बेलगाम है। अपराधियों को सत्ता, गृह मंत्री, बीजेपी नेता का संरक्षण प्राप्त है।