रायपुरः CG Solar Sujala Scheme मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अगुवाई वाली सरकार प्रदेशवासियों के कई बड़े अहम फैसले लिए हैं। यही वजह है कि प्रदेश में अब विकास की नई बहार देखने को मिल रही है। महतारियों के साथ-साथ युवा, बुजुर्ग और बच्चे भी खुश नजर आ रहे हैं। किसानों के लिए भी साय सरकार कई योजनाएं संचालित कर रही है। इन योजनाओं में सौर सुजला योजना भी शामिल है। इसके जरिए किसान अपने खेतों, गौठानों, चरागाहों और गौशालाओं में सोलर पंप लगा सकते हैं। तो चलिए जानते हैं इस योजना के बारें में।।।
CG Solar Sujala Scheme छत्तीसगढ़ सौर सुजला योजना को शुरू करने का मकसद सस्ती दरों पर सिंचाई पंप उपलब्ध करवाना है, ताकि किसान सशक्त बन सकें। इस योजना से किसान अपनी जमीन पर खेती करने के लिए सक्षम होंगे और ग्रामीण इलाकों का विकास होगा। इस योजना के तहत उन क्षेत्रों को प्राथमिकता दी जाएगी, जहां बिजली की पहुंच उपलब्ध नहीं है। छत्तीसगढ़ सौर सुजला योजना के माध्यम से प्रदेश के किसान सिंचाई कर सकेंगे, इससे फसल की गुणवत्ता में भी सुधार होगा।
दरअसल छत्तीसगढ़ में कृषि भूमि की सिंचाई क्षमता में वृद्धि और अविद्युतीकृत क्षेत्रों में कृषि का सिंचित रकबा बढ़ाने के लिए छत्तीसगढ़ क्रेडा द्वारा संचालित सौर सुजला योजना के किसानों की भूमि में सिंचाई के लिए दो, तीन और पांच हॉर्स-पॉवर क्षमता के सोलर पम्प स्थापित किए जा रहे हैं। इस योजना के माध्यम से लगाए गए सोलर सिंचाई पम्प से अब तक राज्य के एक लाख से अधिक किसानों को एक लाख 20 हजार हेक्टेयर में सिंचाई सुविधा मिल चुकी है।
सौर सुजला योजना के तहत लाभार्थियों को 3 तरह के सोलर पंप वितरित किये जाते हैं। इन सोलर पम्पों की क्षमता अलग अलग होती है। इनमें से पहला सोलर पंप 2 HP का होता है। सब्जियों के खेत में इस तरह के पंप लगाए जाते है। दूसरा 3HP का है। यह छोटे पैमाने के खेती करने वाले किसानों के लिए है और तीसरा सोलर पंप 5HP का है जिसकी क्षमता अधिक है और यह ज्यादा पानी को पंप कर सकता है। यह धान के किसानों के लिए काफी मददगार साबित होता है।
प्रदेश में इस योजना का सफल क्रियान्वयन हो रहा है। यही वजह कि इस योजना को राष्ट्रीय स्तर पर भी नाम मिल चुका है। छत्तीसगढ़ ने गैरपरंपरागत ऊर्जा के क्षेत्र में एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। गैरपरंपरागत ऊर्जा स्त्रोतों के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ सरकार के ऊर्जा विभाग द्वारा एक नया आयाम स्थापित किया गया है। छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा) को प्रदेश में स्थापित सौर ऊर्जा संयंत्रों के प्रभावी संचालन, संधारण एवं रख-रखाव प्रणाली के लिए स्कॉच आर्डर ऑफ मेरिट सर्टिफिकेट से सम्मानित किया गया है।