कांकेर, छत्तीसगढ़। 3 जिलों के व्याख्याताओं और प्रधान अध्यापकों ने शनिवार को गांधी जयंती पर सत्याग्रह कर रहे हैं। इसमें प्रधान अध्यापक एवं व्याख्याताओं ने कांकेर कलेक्टोरेट के पास विरोध प्रदर्शन भी किया।
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कांकेर जिले में संचालित 195 एवं पूरे छत्तीसगढ़ में 3500 से अधिक हाई तथा हायर सेकेंडरी स्कूल प्राचार्य विहीन है। जिनका संचालन पिछले कई वर्षों से प्रभारी शिक्षकों के द्वारा ही किया जा रहा है।गांधी जयंती के दिन कांकेर जिला मुख्यालय में सत्याग्रह कर और भजन कर अपना विरोध जताया।
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दरसल छत्तीसगढ़ कर्मचारी संघ की मांग है कि विभिन्न कर्मचारी /शिक्षक संगठनों के द्वारा पिछले कई वर्षों से प्रदेश के मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव। आयुक्त, संचालक एवं अन्य अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों को बार बार प्राचार्य के पद पर पदोन्नति के लिए ज्ञापन तथा मांगपत्र दिए जाने के बावजूद केवल आश्वासन और तारीख के ऊपर तारीख के अलावा कुछ नहीं मिला है।
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संघ ने जानकरी देते हुए बताया कि प्रदेश में 2021 में 134, 2020 में 114, 2022 में 192 प्रधान अध्यापक एवं व्याख्यातागण रिटायर हो गए एवं हर साल 10 प्रतिशत रिटायरमेंट हो रहे है।
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स्कूल शिक्षा विभाग की इन्ही गलत नीतियों के विरोध में एवं माध्यमिक शालाओं के प्रधानाध्यापकों तथा व्याख्याताओं को वर्षों से लंबित प्राचार्य के पद पर पदोन्नति नहीं दिए जाने के विरोध में कांकेर में धमतरी,कोंडागांव, कांकेर जिले के करीब 300 प्रधान अध्यापक एवं व्याख्यातागण ने विरोध जताया।
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