रायपुर: Congress Nyay Yatra chhattisgarh छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की न्याय यात्रा बुधवार को रायपुर के गांधी मैदान में समाप्त हो गई। हालांकि मंच से भाषण के दौरान पीसीसी अध्यक्ष ने कहा की ये न्याय यात्रा का समापन नही है, सिर्फ विराम है। आने वाले समय में कांग्रेस भाजपा सरकार के खिलाफ अपने आंदोलन को और तेज करेगी । न्याय यात्रा को लेकर सचिन पायलट ने कहा कि हमे यात्रा निकालने का शौक नहीं था, कांग्रेस ने मजबूरी में यात्रा निकाली।
इससे पहले कांग्रेस की न्याय यात्रा के छटवें और अंतिम दिन पीसीसी प्रभारी सचिन पायलट भी शामिल हुए । उधर न्याय यात्रा के पहले दिन से भाजपा और कांग्रेस नेताओं के बीच इस यात्रा को लेकर बयानबाजी जारी रही ।
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर छत्तीसगढ़ न्याय यात्रा निकाली। गिरौधपुरी धाम से 27 अक्टूबर को निकली यात्रा लगभग 125 किलोमीटर का सफर तय करने के बाद बुधवार को रायपुर के गांधी मैदान में समाप्त हो गई । न्याय यात्रा के अंतिम दिन पीसीसी प्रभारी सचिन पायलट भी शामिल हुए । उन्होने यात्रा के दौरान लगभग 7 किलोमीटर पैदल चले ।
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न्याय यात्रा को लेकर सचिन पायलट ने कहा कि हमे यात्रा निकालने का शौक नहीं था, कांग्रेस ने मजबूरी में यात्रा निकाली । प्रदेश में बदहाल कानून व्यवस्था ने हमे मजबूर किया । इस यात्रा के माध्यम से हमने जनता का विश्वास जीता है, और सरकार की नाकामी को जनता तक पहुंचाने में कामयाब हुए है ।
वहीं कांग्रेस की इस न्याय यात्रा को लेकर सीएम विष्णु देव साय ने कहा कि कांग्रेस को न्याय यात्रा के बजाए क्षमा यात्रा निकालना चाहिए । कांग्रेस ने 2018 के विधानसभा चुनाव में जो वादा उन्होंने किया था। उसमें से एक भी वादा पूरा नहीं किया । इसी कारण 2023 के विधानसभा चुनाव में जनता ने उन्हें आउट कर दिया। कांग्रेस ने 5 साल तक छत्तीसगढ़ का विकास रोका। छत्तीसगढ़ की जनता के साथ विश्वास घात किया। इसलिए उन्हें क्षमा यात्रा निकालना चाहिए ।
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न्याय यात्रा के समापन पर आम सभा को संबोधित करते हुए पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा की यात्रा के दौरान उन्हे जनता का आशिर्वाद मिला है। जनता को विश्वास हो गया है कि कांग्रेस उनकी लड़ाई लडेगी । यात्रा के दौरान जनता से बात हुई, जनता डरी हुई, भयभीत है । कांग्रेस नेताओं के साथ जनता भी पैदल चली है । हम लगातार प्रयास कर रहे हैं, कुंभकरण की नींद सो रही सरकार को जगाने का ।
वहीं सीएम के बयान जिसमें उन्होने न्याय यात्रा के बजाए क्षमा यात्रा निकाली की बात कही पर पलटवार करते हुए दीपक बैज ने कहा कि भाजपा ये बताए, ताड़मेटला कब हुआ, झीरम कब हुआ, बलौदा बाजार कब जला, कवर्धा में घर कब जला, अगर ये घटना कांग्रेस की सरकार में हुए होते तो मैं माफी मांगता । दीपक बैज ने अपने आक्रामक भाषण में सीएम विष्णुदेव को चुनौती देते हुए कहा की जगह और समय सीएम तय कर लें और कांग्रेस सरकार और भाजपा सरकार के आंकड़े पर बहस करने के लिए तैयार हूं । हिम्मत है सीएम मेरी चुनौती स्वीकार करें ।
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने विपक्ष में रहते हुए पहले साल में ही सरकार के खिलाफ बड़ा मोर्चा खोल दिया है । जिस तरह से कांग्रेस लगातार आंदोलन कर रही है…उससे साफ है की सरकार की राह आने वाले समय में भी आसान नहीं रहेगी ।