CG Ki Baat: रायपुर। हरियाणा चुनाव के दौरान से देश भर में जलेबी की बड़ी चर्चा है। कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता से लेकर स्थानीय नेता तक ‘जलेबी’ पर छिड़ी डिबेट का हिस्सा बनते दिखाई दिए। प्रचार के दौर में राहुल गांधी के चुनावी रैली के मंच से निकली जलेबी, रिजल्ट वाले दिन पूरे देश में सुर्खियों में हैं तो दूसरी तरफ, हरियाणा में हार के बाद कांग्रेस ने फिर से EVM पर विलाप शुरू कर दिया है। इस डिबेट में छत्तीसगढ़ के नेता भी पीछे नहीं है।
वैसे तो चुनावी जीत में लड्डू ऑर्डर किए जाते हैं, तो फिर छत्तीसगढ़ बीजेपी ने हरियाणा कांग्रेस से लड्डू के बजाए जलेबी क्यों मांगी। दरअसल, मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के साथ हरियाणा के चुनावी नतीजों में बीजेपी की तीसरी बार सरकार बनना तय हो चुका है। जीत की हैट्रिक लगाने के बाद बीजेपी नेताओं ने अब कांग्रेस से जीत की जलेबी मांगना शुरू कर दिया है। ये सब कुछ शुरू हुआ था चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेसी सांसद राहुल गांधी के भरी सभा में जलेबी का डब्बा दिखाकर, बीजेपी पर तंज कसने के साथ राहुल गांधी ने जलेबी के बहाने,बीजेपी और मोदी सरकार पर स्थानीय छोटे कारोबारियों का धंधा खत्म कर, बड़े कारोबारियों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया था।
राहुल के बयान पर देशभर में जलेबी बहस का नया मुद्दा बन गयी। बीजेपी-कांग्रेस में जलेबी को लेकर जबरदस्त बहस छिड़ गई। फिर आए एक्जिट पोल जिसमें कांग्रेस के पक्ष में हवा देख कॉन्फिडेंस दिखाते हुए हरियाणा कांग्रेस ने नतीजों से पहले ट्वीट किया, ‘राम-राम हरियाणा, जलेबी दिवस की शुभकामनाएं….’ लेकिन, नजीतों में बाजी पलट गई। बीजेपी ने हरियाणा में जीत की शानदार हैट्रिक लगा दी, जिसके बाद अब और छत्तीसगढ़ बीजेपी ने हरियाणा कांग्रेस का पोस्ट, री-पोस्ट करते हुए तंज कसा कि, आधा किलो जबेली रायपुर भेज देंगे क्या…? फैक्ट्ररी वाली नहीं कढ़ाई से गरम-गरम!
बीजेपी के जलेबी वार पर कांग्रेस ने भी फौरन EVM को फरेबी बताकर पलटवार किया है, जिस पर छत्तीसगढ़ बीजेपी ने हार के बाद, EVM को कोसना कांग्रेस की आदत बन चुका हैं। वैसे, ये बात सौ फीसदी सच है कि चुनावी नतीजों के बाद अक्सर कांग्रेस ने EVM और सिस्टम पर सवाल उठाए हैं। पर सवाल ये है कि दो राज्यों के नतीजों में उसी EVM के साथ कांग्रेस-NC गठबंधन की जीत भी हुई है, तो क्या कांग्रेस का ये तर्क देशवासियों के गले उतरेगा ?