लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका! छत्तीसगढ़ के दो पूर्व विधायक भाजपा में शामिल |

लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका! छत्तीसगढ़ के दो पूर्व विधायक भाजपा में शामिल

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Modified Date: February 15, 2024 / 08:02 PM IST
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Published Date: February 15, 2024 7:46 pm IST

Former MLAs Pramod Sharma and Vidhan Mishra joined BJP

रायपुर: बलौदाबाजार से पूर्व विधायक रहे प्रमोद शर्मा और विधान मिश्रा ने भाजपा ज्वाइन कर ली है। CM और प्रदेश अध्यक्ष की मौजूदगी में उन्होंने सदस्यता ली है। रायपुर के भाजपा प्रदेश मुख्यालय में दोनों नेता पार्टी में शामिल हुए हैं। लोकसभा से पहले भाजपा में शामिल होने से पार्टी को इनका लाभ भी जरूर मिलेगा।

इनके साथ ही कामगार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष आलोक पाण्डेय, राष्ट्रीय सचिव कामगार कांग्रेस सौरभ निर्वाणी सहित कई कार्यकर्ताओं ने भाजपा प्रवेश किया है। छत्तीसगढ़ी फिल्मों के कलाकार मनमोहन सिंह ठाकुर ने भी बीजेपी प्रवेश किया है।

इस मौके पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि आप सभी का भारतीय जनता पार्टी में स्वागत है अभिनंदन है। पार्टी आपके साथ हर सुख दुख में हमेशा खड़े रहेगी। हमारी पार्टी में लोकतंत्र कायम है, हर 3 साल में पार्टी में संगठन का चुनाव होता है। कार्यकर्ता अपनी योग्यता के अनुसार बड़े-बड़े पदों में पहुंचता है। पार्टी में लोकतंत्र है तभी संभव है कि विष्णु देव साय जैसा छोटा कार्यकर्ता मुख्यमंत्री जैसे पद पर पहुंच सकता है।

Former MLAs Pramod Sharma and Vidhan Mishra joined BJP

प्रमोद शर्मा जेसीसीजे के टिकट पर विधायक रह चुके हैं। विधानसभा चुनाव से पहले 26 अक्टूबर 2023 को उन्होंने कांग्रेस जॉइन कर ली थी। पूर्व विधायक विधान मिश्रा जोगी की कैबिनेट में उद्योग मंत्री रह चुके हैं। विधान मिश्रा भी कांग्रेस छोड़कर जोगी कांग्रेस में चले गए थे, लेकिन चुनाव से पहले उन्होंने जेसीसीजे को अलविदा कह दिया था।

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बता दें कि 2018 के विधानसभा चुनाव में प्रदेश की राजनीति में पहले बार किसी तीसरी ताकत ने सीधे तौर पर भाजपा और कांग्रेस को चुनौती दी थी। यह ताकत थी प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री और कांग्रेस के बागी नेता अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ यानि जेसीसी। जेसीसी ने 2018 का लोकसभा चुनाव पूरे दमखम से लड़ा था। प्रदेश की जनता को भी उम्मीद थी कि जो काम कांग्रेस 15 सालों में नहीं कर पाई वह कमाल अब अजीत जोगी करके दिखाएंगे यानी भाजपा को सत्ता से बेदखल करना। नतीजे भी इसी मुताबिक़ रहे यानि भाजपा सत्ता से बेदखल तो हुई लेकिन उन्हें जेसीसी ने नहीं बल्कि कांग्रेस ने उन्हें सत्ता से बाहर किया। भाजपा महज 15 सीटों पर सिमट गई जबकि कांग्रेस को बम्पर 68 सीटें हासिल हुई। वही जेसीसी-बसपा गठबंधन को भी पांच सीट मिली। इन्हीं पांच विधायकों में से एक थे प्रमोद शर्मा जिसने बलौदाबाजार सीट में गुलाबी झंडा गाड़कर सबको हैरान कर दिया था।

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जानें कौन हैं प्रमोद शर्मा?

बता दें कि अजीत जोगी के साथ जिन कांग्रेस नेताओं ने पार्टी को अलविदा कहा था उनमें प्रमोद शर्मा भी थे। प्रमोद शर्मा सन 2000 में किरोड़ीमल शासकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालय में छात्रसंघ के अध्यक्ष रहे। उन्हें 2009 में सदस्य जनपद पंचायत बलौदाबाजार की भी कमान मिली। जनता कांग्रेस के गठन के बाद 2017-18 में पूर्व सीएम जोगी ने उन्हें जेसीसी बलौदाबाजर का जिला अध्यक्ष घोषित किया। प्रमोद शर्मा 2018 में पहली बार बलौदाबाजार विधानसभा से जनता कांग्रेस छतीसगढ़ की टिकट पर विधायक चुने गए। विधायक रहते 2019-21 में वे सदस्य पुस्तकालय समिति छतीसगढ़ विधानसभा रहे।

धर्मजीत सिंह का दिया साथ

गौरतलब है कि जब धर्मजीत सिंह को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था, तब जोगी कांग्रेस के विधायक प्रमोद शर्मा ने सार्वजनिक रूप से उनका साथ दिया था। अपना रुख स्पष्ट करते हुए, शर्मा ने मीडिया में कहा था कि पार्टी नेतृत्व के किसी भी नतीजे की परवाह किए बिना, वह धर्मजीत सिंह के साथ मजबूती से खड़े हैं। सिंह के समर्थन के कारण प्रमोद शर्मा और जोगी कांग्रेस के नेता अमित जोगी के बीच रिश्ते तनावपूर्ण हो गए। प्रमोद शर्मा ने अमित जोगी पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन पर मनमाने फैसले लेने का आरोप लगाया था। यहां तक कह दिया था कि वो बाथरूम में बैठकर फैसला लेते हैं।

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