रायपुर। विधानसभा चुनाव को कुछ ही महीने रह गए हैं। ऐसे में चुवान के नजदीक आते ही सभी पार्टियों ने तैयारी शुरू कर दी है। इसी कड़ी में भाजपा की प्रेस वार्ता हुई जिसमें पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने धान खरीदी का मुद्दा उठाया।
धान खरीदी का मुद्दा उठाते हुए पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि धान खरीदी में वास्तविक तथ्य सामने आना चाहिए। सरकार के लिए धान खरीदी भ्रष्टाचार का माध्यम है। पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि ये उत्पादन से ज्यादा धान खरीदने की घोषणा कर रहे हैं, जबकि छत्तीसगढ़ में अधिकतम 17 क्विंटल एकड़ धान उत्पादन होता है यानी बाहर का धान बेचने की तैयारी है और धान माफिया को फायदा पहुंचाने की तैयारी है। इसलिए बायोमेट्रिक का विरोध कर रहे है ।पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि ये पत्र की राजनीति करते हैं और केंद्र सरकार के साथ हुए MOU का पालन नहीं कर रहें है।
बता दें कि इससे पहले भी पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने धान खरीदी को लेकर कांग्रेस पर गंभीर आरोप लाए हैं। पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा था कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार मायावी है। धान खरीदी के मामले में प्रदेश सरकार अब यह भ्रम फैला रही है कि कांग्रेस की सरकार आने वाले पांच वर्षों में धान की कीमत 3,600 रुपये प्रति क्विंटल देगी। यह तभी संभव होगा कि जब केंद्र सरकार धान का समर्थन मूल्य प्रतिवर्ष छह प्रतिशत की दर से पांच साल में 30 प्रतिशत बढाएगी, जैसा की अब तक बढ़ाती आई है अर्थात छत्तीसगढ़ की सरकार ने यह मान लिया है कि पहले भी मोदी सरकार ही किसानों को पैसा देती रही है और आगे भी मोदी सरकार ही देगी।