रायपुर। CG Ki Baat: छत्तीसगढ़ बीजेपी ने आज किरण सिंहदेव को दोबारा अपना प्रदेश अध्यक्ष चुना। राष्ट्रीय चुनाव प्रभारी विनोद तावड़े ने आज विधिवत घोषणा की। मगर किरण सिंहदेव को दोबारा अध्यक्ष चुने जाने पर प्रदेश में सियासत भी शुरू हो चुकी है। कांग्रेस ने इसे लेकर ना सिर्फ सवाल खड़े किए बल्की बीजेपी के अंदर लोकतंत्र न होने का आरोप लगाया। पलटवार में कांग्रेस पर वंशवाद का आरोप लगा। लोकतंत्र के बहाने एक दूसरे पर वार करने वाले इस नए विवाद के मायने क्या हैं। आज की बहस में इसी मुद्दे पर करेंगे फोकस और जानेंगे की किरण सिंहदेव के दोबारा अध्यक्ष बनने के सियासी मायने क्या हैं? और आखिर अध्यक्ष पद के चयन पर कांग्रेस ने क्यों उठाया सवाल?
जी हां, जगदलपुर विधायक और बीजेपी के तेजतर्रार नेता किरण सिंहदेव एक बार फिर छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष चुने गए हैं। बीजेपी संगठन पर्व के तहत उनकी ताजपोशी की गई। बीजेपी के केंद्रीय निर्वाचन अधिकारी विनोद तावड़े ने उनके निर्वाचन की घोषणा की और साथ कांग्रेस पर तीखा हमला भी किया। विनोद तावड़े ने कहा कि, बीजेपी में कार्यकर्ता को जिम्मेदारी मिलती है, तो कांग्रेस में वंशवाद की राजनीति हावी होती है।
CG Ki Baat: बीजेपी नेताओं ने जहां वंशवाद को लेकर कांग्रेस पर हमला बोला तो वहीं दीपक बैज ने बीजेपी के अंदर लोकतंत्र न होने का आरोप लगाया। जबकि डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि, कांग्रेस एक वंश के पीछे चलने वाली पार्टी है। लोकसभा और रायपुर दक्षिण का उपचुनाव जीतने के बाद अब किरण सिंहदेव पर नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव जीताना का जिम्मा होगा। कमान रिपीट की गई है मतलब पार्टी किरण सिंह देव के काम से खुश है तो अब सवाल ये है कि, अध्यक्ष पद के चयन पर कांग्रेस ने सवाल क्यों उठाए? क्या कांग्रेस किरण सिंह देव का फिर रिपीट होना बड़ी चुनौती मान रही है?
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