रायपुर: कांग्रेस के प्रदेश प्रमुख दीपक बैज के आरोपों पर प्रदेश के वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने तीखा पलटवार किया हैं। केबिनेट मंत्री ओपी ने दावा किया हैं कि पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार में ट्रांसफर उद्योग चलाया जाता था। हर पोस्ट को मंडी की नीलामी की तरह बेचा जाता था। ओपी चौधरी में दो टूक कहा कि कांग्रेस और उनके नेताओं को गुड गवर्नेंस के विषय पर टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है।
दरअसल आज ही पीसीसी प्रमुख ने मौजूदा भाजपा की साय सरकार को आईएएस, आईपीएस अफसरों के ट्रांसफर पर घेरते हुए कई आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि सरकार में प्रशासन महत्वपूर्ण कड़ी होती है। प्रशासन के अधिकारियों के बीच भय का माहौल बनाया जा रहा है। बीजेपी सरकार में बड़े अधिकारियों को संघ और पार्टी कार्यालय जाना पड़ रहा। आज तक कांग्रेस में ऐसा कभी नहीं हुआ कि वे अफसर कांग्रेस कार्यालय आए हो, लेकिन भाजपा दफ्तर में अधिकारियों की लंबी लाइन लगी हुई है। भाजपा प्रशासन में डर भय का माहौल बनाकर सरकार चलाना चाहती है।
इसके अलावा लोकसभा चुनाव को लेकर प्रदेश के तीनों क्लस्टर के संयोजक और सह संयोजकों के दिल्ली में बैठक पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख दीपक बैज ने कहा, ये उनकी पार्टी का मामला है, लेकिन जिन नेताओं को मंत्री पद नहीं दिया गया उनको क्लस्टर की जिम्मेदारी दी गई। पार्टी ने इन्हें झुनझुना पकड़ा दिया। आपस में अंदरूनी कलह बहुत है। डर की वजह से बाहर नहीं बोल पा रहे है।