रायपुर: Tiger in Raipur created panic रायपुर में बुधवार को सेरीखेड़ी स्थित चर्च के पीछे सेवा निकेतन के खेत में बाघ निकलने की खबर से हड़कंप मच गया। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची जिसके बाद DFO लोकनाथ पटेल ने पुष्टि की बताया की। उन्होने यह बताया कि ये बाघ के पंजे के निशान नहीं बल्कि कुछ और हैं।
Tiger in Raipur created panic पूरे मामले की पड़ताल के बाद जो तथ्य सामने आए वे काफी चौंकाने वाले और हंसाने वाले भी हैं। दरअसल, सेरीखेड़ी स्थित सेवा निकेतन में बाघ दिखने की खबर की सच्चाई कुछ और है। IBC24 के रिपोर्टर ने खेत में जानवर के पंजों के ढेरों निशान खोजे, जहां मिट्टी में पगमार्क और नाखूनों के निशान मिले, जो कि सेवा निकेतन में पल रहे जर्मन शेफर्ड कुत्तों के पंजे के निशान हैं।
read more: ‘हैलुसिनोजन’ दवाओं के सेवन के बाद अस्पताल में भर्ती होने से बढ़ जाता है सित्जोफ्रेनिया का खतरा
Tiger in Raipur created panic पंजे के निशान की जांच के बाद वन विभाग ने सूचना को अफवाह बताया। हालाकि सूचना देने वाली मूकबधिर बच्ची इसके बाद भी बाघ देखने का दावा कर रही है। IBC24 की टीम ने पादरी और सेवा निकेतन के मैनेजर से बातचीत की। यहां के पादरी भी बाघ होने की घटना को खारिज कर रहे हैं।