Nand kumar sai ka BJP se istifa : भाजपा के पूर्व सासंद और आदिवासी नेता नंदकुमार साय ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव को अपना इस्तीफा भेज दिया है। इसके साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर व्यथा जताई थी। हालाकि अभी तक भाजपा की तरफ से इस्तीफे की पुष्टि नहीं की गई।
वही कद्दावर आदिवासी नेता साय के इस कथित इस्तीफे के बाद आईबीसी 24 ने प्रदेश के कांग्रेस प्रमुख मोहन मरकाम से इस पर प्रतिक्रया ली। मोहन मरकाम ने नंदकुमार साय को कांग्रेस प्रवेश का ऑफर दिया हैं। आईबीसी 24 से हुई फोन पर चर्चा में उन्होंने साफ़ कहा हैं की अगर साय कांग्रेस में आना चाहते हैं तो उनका स्वागत हैं। उन्होंने दावा किया हैं की नंदकुमार साय भाजपा के भीतर घुटन महसूस कर रहे थे।
Nand kumar sai ka BJP se istifa : दरअसल ऐसा कहा जा रहा है कि उन्होंने अपने लंबी उपेक्षा और अनदेखी के बाद उन्होंने बीजेपी छोड़ने का मन बनाया है। भाजपा के वरिष्ठ आदिवासी नेता नंद कुमार साय ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। साय ने इस संबंध में राज्य के भाजपा अध्यक्ष अरुण साव को एक पत्र भी लिखा है। इस पत्र में भाजपा की प्राथमिक सदस्यता और सभी पदों से इस्तीफा देने की बात कही है। साय ने पत्र में लिखा है कि उन्हें पार्टी ने जिन महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारी सौंपी उसे उन्होंने पूरे समर्पण और कर्तव्यपरायणता के साथ निभाया है।
साय ने यह भी लिखा है कि पिछले कुछ वर्षों से भारतीय जनता पार्टी में उनकी छवि धूमिल करने के उद्देश्य से उनके विरुद्ध उनकी ही पार्टी के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों द्वारा षड्यंत्र , मिथ्या आरोप और अन्य गतिविधियों द्वारा लगातार उनकी गरिमा को ठेस पहुंचाई जा रही है। इससे वे अत्यंत आहत महसूस कर रहे हैं। साय ने लिखा है कि बहुत गहराई से विचार करने के बाद वे भारतीय जनता पार्टी की अपनी प्राथमिक सदस्यता और सभी पदों से इस्तीफा दे रहे हैं।
Nand kumar sai ka BJP se istifa : साय तीन बार विधायक और तीन बार संसद सदस्य रह चुके हैं। अविभावित मध्य प्रदेश में वे प्रदेश भाजपा अध्यक्ष का पद भी संभाल चुके हैं। साथ ही वे छत्तीसगढ़ भाजपा के अध्यक्ष और राज्य सभा सदस्य भी रह चुके हैं।