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Kawasi lakhma arrested: कवासी लखमा के साथ बेटा हरीश कवासी भी गिरफ्तार, दोनों के खिलाफ ED को मिले लेनदेन के सबूत!
Kawasi Lakhma and Harish Kawasi arrested: शराब घोटाले मामले में पूर्व मंत्री कवासी लखमा और उनके बेटे हरीश के खिलाफ ED को लेनदेन के सबूत मिले हैं। बता दें कि बीते दो सप्ताह से लखमा से ED पूछताछ कर रही थी।
रायपुर: kawasi lakhma arrested, शराब घोटाले मामले में पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा गिरफ्तार हो गए हैं। कुछ ही देर में कवासी लखमा को Ed अधिकारियों की टीम कोर्ट लेकर पहुंचेगी। शराब घोटाले मामले में पूर्व मंत्री कवासी लखमा और उनके बेटे हरीश के खिलाफ ED को लेनदेन के सबूत मिले हैं। बता दें कि बीते दो सप्ताह से लखमा से ED पूछताछ कर रही थी।
छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित 2000 करोड़ के शराब घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) आज तीसरी बार पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा और बेटे हरीश लखमा को पूछताछ के लिए बुलाया था। लेकिन इसी बीच खबर आई कि पूछताछ के बाद ईडी ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। अब जल्द ही ED कवासी लखमा और हरीश लखमा को कोर्ट में पेश करेगी।
बता दें कि शराब घोटाला मामले में 28 दिसंबर को ED ने पूर्व मंत्री लखमा और उनके बेटे हरीश लखमा के ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की थी। छापेमार कार्रवाई में ED ने नगद लेनदेन के सबूत मिलने की जानकारी दी थी। 3 जनवरी को दोनों को पूछताछ के बाद छोड़ा गया था।
डिप्टी CM विजय शर्मा का बयान
इधर इस मामले में डिप्टी CM विजय शर्मा का बयान सामने आया है। कांग्रेसी कवासी लखमा के साथ नहीं है, उन्होंने कहा कि शराब घोटाले के समय कवासी लखमा आबकारी मंत्री थे, जब घोटाला चल रहा था तो उन्हें ठग लिया गया। जो लोग इस काम में थे आज उन्होंने उन्हें अकेला छोड़ दिया है, लेकिन जो भी हो कानून तो अपना काम करेगा।
छत्तीसगढ़ शराब घोटाला एक कथित भ्रष्टाचार मामला है, जिसमें सरकारी अधिकारियों, शराब व्यवसायियों और नेताओं पर अवैध रूप से शराब की बिक्री और उससे जुड़े कर चोरी में शामिल होने का आरोप है। इसमें कथित तौर पर राज्य में शराब के उत्पादन, वितरण, और बिक्री में अनियमितताएं पाई गईं।
2. यह घोटाला कैसे उजागर हुआ?
यह घोटाला तब उजागर हुआ जब प्रवर्तन निदेशालय (ED) और अन्य जांच एजेंसियों ने छापेमारी कर बड़े पैमाने पर दस्तावेज, धनराशि और साक्ष्य जब्त किए। इन जांचों में यह पता चला कि शराब के लाइसेंस जारी करने और वितरण में भ्रष्टाचार किया गया था, जिससे राज्य सरकार को राजस्व का नुकसान हुआ।
3. इस घोटाले में कौन-कौन शामिल हैं?
इस घोटाले में कई सरकारी अधिकारी, शराब व्यवसाय से जुड़े ठेकेदार, और राजनीतिक नेता शामिल बताए जाते हैं। जांच एजेंसियां इनसे संबंधित बैंक खातों, लेनदेन, और अन्य दस्तावेजों की जांच कर रही हैं। कुछ बड़े नामों का भी घोटाले में शामिल होने का आरोप है।
4. घोटाले का राज्य की अर्थव्यवस्था पर क्या प्रभाव पड़ा?
यह घोटाला राज्य सरकार के राजस्व को सीधे तौर पर प्रभावित करता है। शराब के अवैध कारोबार और कर चोरी के कारण सरकार को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ। इस प्रकार के घोटाले जनता के कल्याणकारी कार्यों में इस्तेमाल होने वाले फंड को भी प्रभावित करते हैं।
5. जांच की वर्तमान स्थिति क्या है?
जांच की प्रक्रिया अभी जारी है। प्रवर्तन निदेशालय (ED), आयकर विभाग, और अन्य जांच एजेंसियां घोटाले से जुड़े व्यक्तियों से पूछताछ कर रही हैं और दस्तावेज खंगाल रही हैं। कुछ व्यक्तियों की गिरफ्तारियां भी हुई हैं, और उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जा रही है।