Job In India: रायपुर। देश में सरकार चाहे जिसकी भी हो, उसके सामने जो सबसे बड़ी समस्यें रही हैं, उनमें बेरोजगारी भी शामिल रही है। चुनाव में पार्टियों के मेनिफेस्टों में युवाओं को नौकरी का वादा और बाद में कितने रोजगार बनाए इसे लेकर दावा भी हम देखते रहे हैं। लेकिन, हकीकत क्या है किसी से छिपी नहीं है। हाल ही में गुजरात के एक वायरल हुए वीडियो के बाद देश में नौकरी को लेकर युवाओं में मारामारी पर फिर बहस छिड़ गई। दलों के दिग्गज नेता सोशल प्लेटफर्म पर आंकड़े और वीडियोज पोस्ट कर भिड़ रहे हैं।
ऐसे ही CG में वित्तमंत्री ओपी चौधरी के पुराने वीडियो पर कांग्रेस नेताओं ने बीजेपी सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। मध्यप्रदेश में भी नौकरी पर पक्ष-विपक्ष के बीच राजनीति गर्माई हुई है। ‘नौकरी’ मुद्दा बेहद बड़ा और संवेदनशील है, पर असलियत में क्या कोई भी देश में युवाओं की संख्या के हिसाब से रोजगार सृजित कर सकता है? देखें ये खास रिपोर्ट
ये कड़वी सच्चाई है देश में बेजोरगारी या नौकरी की मांग को लेकर एक ढूंढो, हजार आ खड़े होते हैं। हाल ही में 9 जुलाई को गुजरात के भरूच का ताजा वीडियो वायरल है, जिसमें दिखा कि कैसे एक कमंपनी के 10 पोस्ट के लिए वॉक-इन इंटरव्यू में 1500 से 1800 लोग जमा हो गए। इस भीड़ का अनुमान कंपनी को भी नहीं था, इस दौरान भीड़ इतनी थी कि स्टील की रैलिंग टूटी और कई लोग नीचे आ गिरे। मुद्दे पर कांग्रेस और खासकर लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी को जमकर घेरा। तंज कसा ये है गुजरात मॉडल की सच्चाई जिसे देश पर थोपा जा रहा है।
राहुल ने लिखा ‘बेरोजगारी की बीमारी’ भारत में महामारी का रूप ले चुकी है, जिसका एपिसेंटर बीजेपी शासित राज्य बन चुके हैं। वैसे नौकरियों पर संग्राम छग में भी छिड़ा है। बीते दिनों पीसीसी चीफ दीपक बैज ने प्रदेश के वित्त मंत्री ओपी चौधरी को निशाने पर लेते हुए कहा कि, चौधरी यूट्यूब पर छात्रों को सिविल सर्विस की तैयारी कराते रहे हैं। अब जबकि वो मंत्री बन चुके हैं तो नौकरियों पर बात ही नहीं करते, नौकरियां दो। युवाओं से जुड़े नौकरी के मुद्दे पर यूथ कांग्रेस प्रेसिडेंट श्रीनिवास बीवी ने भी छग के वित्त मंत्री का वीडियो पोस्ट कर तंज कसा। कांग्रेस के वार पर बीजेपी नेताओं ने भी जमकर पलटवार किया।
वैसे, देश-प्रदेश में जब-जब बेरोजगारी के आंकड़े दिखाते हुए कांग्रेस ने बीजेपी को घेरा है, तब-तब बीजेपी ने दावा किया है कि देश और बीजेपी शासित प्रदेशों में नौकरियां बढ़ी हैं। अपने दावे के पीछे बीजेपी ने EPFO खातों की बढ़ती संख्या का आंकड़ा पेश करती आई है। 2023 में भी बीजेपी एक सवाल के जवाब में सदन में मप्र-छग में बढ़े EPFO खातों का डीटेल देते हुए दावा किया था। नौकरियां बढ़ी हैं, रोजगार और नौकरियों के मुद्दे पर कांग्रेस की हर बार वादे-दावे करती रही है और सरकार बनने पर घिरती भी रही है। सवाल है क्या आरोप-प्रत्यारोप, वीडियो और तंज से लाखों युवाओं की सबसे बड़ी समस्या हल होगी?