Reported By: Tehseen Zaidi
, Modified Date: October 11, 2024 / 01:16 PM IST, Published Date : October 11, 2024/1:16 pm ISTरायपुर: How Saurabh Chandrakar Became Satta King? महादेव सट्टा एप्प के मुख्य सरगना तक पहुंचने में पुलिस ने कामयाबी हासिल की है। सूत्रों के हवाले से मिल रही ख़बरों के मुताबिक़ उसे दुबई में गिरफ्तार कर लिया गया है। बताया यह भी जा रहा है कि, सरगना सौरभ चंद्राकर की गिरफ्तारी में भारतीय विदेश और गृह मंत्रालय की बड़ी भूमिका रही है। हिरासत में लिए जाने के बाद अब उसे भारत लाये जाने की कवायद भी शुरू हो गई है। बता दें कि, सौरभ चंद्राकर की धरपकड़ के लिए ईडी के अनुरोध पर रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया थी। यूएई के अधिकारियों ने भारत सरकार और सीबीआई को सौरभ चंद्राकर की गिरफ्तारी के बारे में जानकारी दी है, जिसके बाद उसके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया भी शरू कर दी गई हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि महादेव सट्टा एप का अवैध कारोबार करने वाले सौरभ पहले जूस फैक्ट्री चलाता था। तो चलिए जानते हैं कि जूस फैक्ट्री चलाने वाला शख्स कैसे बना सट्टा किंग?
How Saurabh Chandrakar Became Satta King? दरअसल एक ऐसा एप जिसने छत्तीसगढ़ को देश ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों पर ला दिया। दरअसल महादेव एप एक ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म है, जिसके जरिए पोकर, कार्ड गेम, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल और क्रिकेट खेलों पर अवैध सट्टेबाजी और जुआ खेला जाता था। इस महादेव बेटिंग एप के मेन प्रमोटर छत्तीसगढ़ के सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने ऐसी उडान भरी कि और देखते ही देखते भिलाई जैसे छोटे से कस्बे से सीधे खाड़ी देशों समेत कई यूरोपियन देशो में अपना साम्राज्य जमा लिया।
बता दें कि सौरभ चंद्राकर छत्तीसगढ़ के भिलाई का रहने वाला है। वह भिलाई में इसी जगह में जूस फैक्ट्री नाम से जूस की एक दुकान चलाता था। उसके पिता नगर निगम में वाटर पंप के ऑपरेटर हैं। सौरभ चंद्राकर की दोस्ती रवि उप्पल नाम के शख्स हो गई। रवि एक इंजीनियर था। दोनों ने साल 2017 में ऑनलाइन सट्टेबाजी के लिए एक वेबसाइट शुरू की। साल 2019 में सौरभ नौकरी के लिए दुबई चला गया और वहां उसने रवि को भी बुला लिया। वहां पहुंचकर दोनों ने सट्टेबाजी कारोबारी पर फोकस करना शुरू कर दिया और देखते ही देखते अरबों रुपए का साम्राज्य खड़ा कर दिया।
सट्टेबाजी वाली बेसाइट के बाद सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने महादेव बुक ऑनलाइन नाम से एक एप भी बनाया और इसे सोशल मीडिया पर प्रमोट करना शुरू किया। प्रमोट करने के लिए सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर की मदद ली गई। बॉलीवुड ऐक्टर रणबीर कपूर ने इसका विज्ञापन भी किया। कारोबार चल निकाल तो दोनों ने दूसरे कई सट्टेबाजी एप को भी खरीद लिया।
सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने सट्टाबाजी कारोबार को बढ़ाना शुरू कर दिया। कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान इस बिजनेस में जबरजस्त उछाल आया। इस दौरान इस महादेव सट्टा एप में सिर्फ तीन महीने में 12 लाख लोग जुड़ गए। इस एप ने अपनी वेबसाइट पर दावा किया कि उसके पास लगभग एक करोड़ यूजर्स हैं। इस तरह इस एप के प्रमोटर्स ने इसके जरिए 5,000 करोड़ रुपए से अधिक की कमाई की। सौरभ चंद्राकर की कमाई और रसूख का अंदाजा दुबई में हुई उसकी शाही शादी से लगाया जा सकता है। उसकी शादी में फिल्म जगत की तमाम हस्तियों के अलावा छत्तीसगढ़ में उसकी काले कारोबार से जुड़े कई शख्स भी दुबई गए थे। ये सारे लोग भी अब जांच एजेंसियों के निशाने पर हैं।