How much water is left in the dams of Chhattisgarh Monsoon is weak in Chhattisgarh
रायपुर: छत्तीसगढ़ प्रदेश खंड वर्षा की चपेट में है। यही वजह हैं कि आधे जिलों में जहां भारी बारिश दर्ज की गई है तो वही आधे जिले में अपेक्षाकृत काफी कम वर्षा हुई है। छत्तीसगढ़ में मानसून आने के बावजूद उतनी बारिश नहीं हुई, जितनी होनी चाहिए। मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में 28 फीसदी कम बारिश हुई है। इस वजह से प्रदेश के कई डैम सूखने की कगार पर हैं। इस बीच मौसम विभाग ने 14 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। जबकि, इसके उलट 8 जिलों में बारिश न के बराबर होगी। विभाग का कहना है कि छत्तीसगढ़ में अभी तक 207 मिमी बारिश हो चुकी है, जबकि इसे अभी तक 286.7 मिमी होना चाहिए था।
वही इस कमजोर मानसून और कम बारिश का सबसे ज्यादा असर प्रदेश भर के जलशयों में देखने को मिल रहा है। पिछले बीस दिनों में प्रदेश के जलाशयों में महज 3 फ़ीसदी जलभराव हो सका है। आषाढ़ के मौसम में भी इतनी कम बारिश ने किसानों के माथे पर भी चिंता की लकीरें खींच दी है। फिलहाल जितनी वर्षा हुई हैं उससे राज्य के बड़े बांधों के हालात में सुधार होता नहीं दिखा रहा है। इस तरह प्रदेश के बांधो में जल भंडारण महज 34 फ़ीसदी ही रह गया है।
देखें किस जलाशय में कितना जलभराव
राज्य के बड़े बांधों में जल भंडारण 19 जून से 9 जुलाई की स्थिति में