CM Bhupesh scheme Hamar Beti Hamar Maan : रायपुर। भूपेश राज में प्रदेश की महिलाएं सुरक्षित… मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की विशेष पहल से प्रदेश में महिला सशक्तिकरण के लिए अनेक योजनाएँ संचालित हैं। महिलाओं की जिंदगी बदल कर उनके चेहरे पर मुस्कान लाना भूपेश सरकार का लक्ष्य है। सीएम भूपेश कका का कहना है कि जिस समाज में बेटियां सुरक्षित और सशक्त हों, वह समाज निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर होता है। भूपेश सरकार की राज में महिलाएं आज ज्यादा सुरक्षित महसूस कर रही हैं। बीते चार सालों में महिलाओं के प्रति अपराध के ग्राफ में 50 फीसदी तक गिरावट देखी गई है। प्रदेश की बेटियों को सशक्त और सुरक्षित करने के उद्देश्य से ‘हमर बेटी- हमर मान’ नाम के अभियान की शुरुआत की गई।
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हमर बेटी हमर मान अभियान के तहत महिलाएं अब खुद को सुरक्षित महसूस करती हैं। प्रदेश के गर्ल्स स्कूल और कॉलेज में छत्तीसगढ़ पुलिस की महिला अधिकारी और कर्मचारी महिलाओं की सुरक्षा के लिए हमेशा तैनात रहती हैं। वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का कहना है कि बेटियां हमारी शान हैं और वे ही प्रदेश के उज्जवल भविष्य की नींव है। जिस समाज में बेटियां सुरक्षित और सशक्त हों, वही समाज विकास के रास्ते पर आगे बढ़ता है। मुख्यमंत्री बघेल के निर्देश पर महिला पुलिस कर्मी हर जिले में स्कूलों और कॉलेजों का दौरा करती हैं और छात्राओं को उनके कानूनी अधिकारों, गुड टच बैड टच, साइबर अपराध, छेड़छाड़ और यौन शोषण आदि के बारे में जानकारी देने के साथ उनसे बातचीत करती हैं।
छत्तीसगढ़ में महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों में कमी आई है। एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार राज्य में महिला अपराधों में गिरावट दर्ज हुई है। भूपेश सरकार के नेतृत्व में महिलाएं पहले से ज्यादा सुरक्षित हैं। महिलाओं को तुरंत न्याय मिल रहा है। पुलिस थानों में महिला अपराधों से जुड़े मामलों का तुरंत निराकरण हो रहा है। भूपेश सरकार के नेतृत्व में राज्य में महिलाओं की स्थिति में सुधार आया है।
एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार भूपेश सरकार के कार्यकाल में महिलाओं के प्रति अपराध घटे हैं। जबकि पहले महिला अपराधों की स्थिति बेहद ही बुरी थी। वर्ष 2015 से 2017 तक इस मामले में राज्य का स्थान देश में 7वां था। वहीं, वर्ष 2018 में यह 5 वें स्थान पर आ गया था, लेकिन भूपेश सरकार के प्रयास के बाद पुलिसिंग में आई कसावट से वर्ष 2019 में राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराध लगभग आधे हो गए। यह देश में 5वें से सीधे 12वें स्थान पर आ गया। दुष्कर्म के प्रयास के मामलों में वर्ष 2015 से 2018 तक राज्य 14वें स्थान पर था। 2019 से 2021 में 16वें स्थान पर है। पुलिस ने महिलाओं को अपराधों के प्रति जागरूक करने के लिए चुप्पी तोड़ो अभियान चलाया था। जिसका सकारात्मक असर देखने को मिला।
महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों के ग्राफ में 50 फीसदी की कमी दर्ज की गई है। मुख्यमंत्री का ‘हमर बेटी- हमर मान’ अभियान सफल साबित हुआ। वहीं छत्तीसगढ़ सरकार लड़कियों और महिलाओं की सुरक्षा के लिए विशेष अभियान संचालित कर रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में ‘हमर बेटी – हमर मान’ (हमारी बेटियां, हमारा सम्मान) नाम का एक अभियान शुरू किया गया है। इस कैंपेन के तहत महिला पुलिस कर्मी सभी जिलों के स्कूलों और कॉलेजों का दौरा करती हैं। लड़कियों को उनके कानूनी अधिकारों के बारे में जानकारी देती हैं।
CM Bhupesh scheme Hamar Beti Hamar Maan : छत्तीसगढ़ पुलिस ने महिलाओं, बच्चियों की सुरक्षा और शिकायतों का समाधान करने के लिए ऐप बनाया है। ऐप का नाम ‘अभिव्यक्ति’ है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस ऐप के तौर पर राज्य की महिलाओं को खास गिफ्ट दिया है। इस ऐप के माध्यम से लोकेशन के हिसाब से SOS का बटन दबाते ही यूजर के पास तुरंत पुलिस सहायता पहुंच जाती है। ऐप के माध्यम से महिलाएं कहीं से भी शिकायत पुलिस के पास दर्ज करा सकेंगी। शिकायत प्रणाली का संचालन छत्तीसगढ़ के समस्त जिलों में होगा।
ये ‘अभिव्यक्ति’ ऐप से प्राप्त शिकायतों को संबंधित थानों से समन्वय बनाकर समाधान करना सुनिश्चित करेंगे। वर्तमान में महिला सेफ्टी सेल पुलिस अधीक्षक कार्यालय से संचालित हो रहा है। इस ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है ऐम में बलात्कार, छेड़छाड़, घरेलू हिंसा, मारपीट, टोनही प्रताड़ना, दहेज प्रताड़ना, अपहरण, बाल विवाह, मानव तस्करी, एसिड अटैक, लैंगिक अपराध, साइबर अपराध शामिल किए गए हैं।