CM Bhupesh Baghel Scheme Bihan Yojana: रायपुर। समाज के समावेशी विकास में गरीबी सबसे बड़ी बाधाओं में से एक है। यद्यपि जनसंख्या में पुरुष-महिला का योगदान लगभग बराबर है, लेकिन आर्थिक स्तर पर महिलाओं का योगदान पुरुष की तुलना में अच्छा नहीं है, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में। इस प्रकार, महिलाओं का यह पिछड़ापन गरीबी में प्रमुख योगदान देता है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल ”छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ‘बिहान” महिला सशक्तिकरण के लिए वरदान है।छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में निवासरत महिलाओं को समूह के रूप में गठित कर शासन की महत्वाकांक्षी योजना से जोड़कर स्व रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है।
Read more: वनवासियों की जिंदगी बदल रही भूपेश सरकार, छत्तीसगढ़ के महुआ की महक पहुंच रही सात समुंदर पार
अब महिलाएं स्व सहायता समूह से जुड़ कर सफलता की नयी कहानियां लिख रहीं है, तथा अपने सपने का पंख दे कर नयी उड़ान के लिए तैयार है। साथ ही इन महिलाओं की सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे है। बता दें कि जिले में 10 हजार से ज्यादा स्व सहायता समूह है, जिसमें 01 लाख से अधिक महिलाएं हैं। सभी स्व सहायता समूह बिहान योजना द्वारा संचालित है। भूपेश सरकार की विशेष पहल से महिला समूहों को विभिन्न गतिविधियों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। महिलाएं आर्थिक गतिविधियों से जुड़कर स्वावंलबन की राह पर चल पड़ी है।
सभी स्व सहायता समूह को बिहान में जुड़ने के बाद जिन्दगी में कुछ कर गुजरने एवं अच्छे मुकाम तक पहुंचने की प्रेरणा मिली है, जिससे अपने आर्थिक विकास के लिए कुछ न कुछ आजीविका संबंधित कार्य करती है, इसलिए वे समूह के 11 सूत्रों का नियमतः पालन करते हुए चक्रिय निधी राशि 15 हजार रुपए, सामुदायिक निवेश की राशि 60 हजार रुपए एवं बैंक लिंकेज की राशि 1.5 से 6 लाख रुपए प्राप्त कर स्व सहायता समूह द्वारा व्यवसाय किया जा रहा है। लेकिन भूपेश सरकार से पहले उनके पास ऐसी कोई बीमा योजना नहीं थी कि जिससे उन्हें सामान्य मृत्यु या दुर्घटना पर बड़ी बीमा की सुरक्षा मिल सके। प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना एवं प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के क्रियान्वयन से पहले समूह सदस्य या तो अधिक मूल्य पर बीमा कराती थीं या बीमा से वंचित रह जाती थी।
लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सत्ता में आने से पूर्व दोनों बीमा योजना के प्रारंभ होने से समूह के सदस्यों के लिए एक नये युग की शुरूआत हो गई है। वर्तमान मे समूह की सभी पात्र महिलांए इस योजना में राशि कम होने के कारण इस बीमा योजना को ले रही हैं और जब किसी कारण दुर्घटना या सामान्य मृत्यु होती है तो उनके नॉमिनी को 2 लाख रुपए की राशि प्राप्त होती है जिससे उनके परिवार को बहुत सहायता मिलता है और वह उस दुख की घड़ी से उभरकर बीमा से प्राप्त राशि से अपने परिवार के सभी सदस्यों के साथ नये जीवन की शुरूआत करते हैं।
उक्त बीमा प्राप्त हितग्राहियों ने जानकारी दी कि कुछ सदस्यों ने बीमा से प्राप्त राशि को अपने बच्चों के लिए सुरक्षित कर दिया और शेष राशि से नये व्यवसाय का संचालन करना प्रारंभ कर दिया है। इसी तरह सभी नॉमिनी द्वारा प्राप्त राशि का उपयोग अलग-अलग कार्यों में किया गया है। बीमा से प्राप्त राशि से व्यवसाय करने से उनके जीवन में एक नया रास्ता खुल गया है और वह विषम परिस्थितयों का सामना भी आसानी से कर पा रहे हैं।
वर्तमान में समस्त समूह परस्पर सहयोग की भावना रखते हुए अपने भविष्य में होने वाली विपत्तियों के सामना करने के लिए प्रधामंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना एवं प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना का प्रचार प्रसार कर रहे हैं साथ ही सभी को इस योजना को लाभ लेने के लिए प्रेरित कर रहे है। छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान योजना के सहयोग से महिलाओं को दी जा रही है नई ज़िंदगी।
आदिवासी बाहुल्य ग्राम पंचायत बरबांधा की रहने वाली रुख्मणी मरकाम राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत वर्ष 2018 से गठित जय बूढ़ादेव स्व सहायता समूह से जुड़ी हुई हैं। रुख्मणी मरकाम वर्ष 2019 से बैंक सखी के रूप में कार्य करते हुए लेखापाल का दायित्व भी निर्वहन कर रही हैं और अपने आसपास क्षेत्र के लोगों को योजना का लाभ पहुंचा रही हैं। बैंक सखी के रूप में खास पहचान बनाने वाली रुख्मणी मरकाम छग राज्य ग्रामीण बैंक से जुड़कर कियोस्क के माध्यम से ग्रामीणों को कई सेवाएं मुहैया करा रही है। रुपयों का लेनदेन प्रधानमंत्री जनधन योजना, अटल पेंशन योजना, जीवन ज्योति योजना, वृद्धा पेंशन इत्यादि सेवाएं शामिल है।
CM Bhupesh Baghel Scheme Bihan Yojana: सकारात्मक सोच के चलते रुख्मणी अपनी शिक्षा का लाभ लेते हुए बैंक सखी का कार्य शुरू किया। रुख्मणी मरकाम गांव में रहकर छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक का कियोस्क चलाती है और साथ ही सीएससी का च्वाइस सेंटर भी चलाती है। पति का साथ मिलने से लोगों के घरों तक पहुंचकर गांव की महिलाओं को बैंक की तरह धन मुहैया कराती है। जब जन धन योजना के तहत हितग्राहियों के खाते में जमा राशि को लोगों को उपलब्ध कराना तब उन्होंने घर-घर जाकर यह राशि महिलाओं को प्रदान की। 3000 से अधिक ई-श्रम कार्ड, प्रतिमाह लगभग 50 पेंशनधारकों का भुगतान, 50 घरेलू गैस सिलेंडर का विक्रय, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत लगभग 1000 श्रमिकों का भुगतान, इसके अलावा पेनकार्ड, आयुष्मान कार्ड, बिजली बिल भुगतान, मोबाईल एवं डीटीएच रिचार्ज, ई-केवायसी इत्यादि सेवाओं का लाभ ग्रामीणों को दे रही है। इस तरह प्रतिमाह 15 से 20 हजार रुपये की आमदनी प्राप्त हो रही है।