रायपुर । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंगलवार को गरियाबंद के सर्किट हाउस में विभिन्न समाज एवं सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि मण्डल से भेंट-मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर एक-एक कर सभी समाज एवं संगठनों के प्रतिनिधियों से सामाजिक गतिविधियों के संबंध में जानकारी लेने के साथ ही उनसे शासकीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों के क्रियान्वयन के संबंध में भी फीडबैक लिया। मुख्यमंत्री ने डड़सेना कलार समाज के आग्रह पर गरियाबंद शासकीय कन्या हाई स्कूल का नामकरण बहादुर कलारिन के नाम पर करने की घोषणा की। उन्होंने नवागढ़ में पिछड़ा वर्ग छात्रावास एवं नंदी की स्थापना के लिए स्वीकृति प्रदान की। इसके साथ ही मनवा कुर्मी सामाजिक भवन परिसर की सुरक्षा के लिए बाउंड्रीवाल और पानी के लिए बोरिंग की घोषणा की।
यह भी पढ़े : यूडीपी ने जारी की मेघालय विस चुनावों में भाग लेने वाले 32 उम्मीदवारों की पहली सूची…
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार गांव को स्वावलंबी बनाने की दिशा में आगे बढ़ रही है। रीपा और गौठान इस दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि अब लोग शहर से गांव की ओर आ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने देवांगन समाज के प्रतिनिधियों से कहा कि समाज रीपा में हाथकरघा के लिए काम करने तैयार है तो उन्हें विकासखण्ड स्तर पर भी अवसर मिलेगा। इसी प्रकार कुम्भकार समाज को भी रीपा के तहत अवसर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कुम्भकार समाज के प्रतिनिधियों से इंग्लिश खपरेल बनाने का कार्य करने का सुझाव दिया। कुम्हार समाज के प्रतिनिधि मंडल के प्रदेश स्तरीय महासभा में आने के आमंत्रण पर मुख्यमंत्री ने सहमति जताई। यह प्रदेश स्तरीय महासभा एक से सात जनवरी तक प्रस्तावित है।
मुख्यमंत्री की विभिन्न प्रतिनिधि मंडलों से भेंट के दौरान तमिलनाडु से पहुंचे 14 किसानों की प्रतिनिधियों ने भी सौजन्य मुलाकात की। उन्होंने मुख्यमंत्री का नारियल के पौधे और धान की बालियां भेंटकर स्वागत किया। कावेरी नदी किसान संगठन के सदस्य सुंदर विमल ने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार की किसान हितैषी नीतियों से प्रभावित होकर हम सभी मुख्यमंत्री से मिलने आए हैं। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में धान खरीदी से किसानों को सबसे अधिक लाभ हो रहा है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से किसानों को बोनस भी दिया जा रहा है, जिससे किसान समृद्ध हो रहे हैं।