CG Vidhan Sabha Winter Session 2024: रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का पांच दिवसीय शीतकालीन सत्र आज से आगाज हो चुका है। इस दौरान ध्यानाकर्षण काल में विधायक अजय चंद्राकर ने जल जीवन मिशन की अनियमितता का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि, जेजेएम (जल जीवन मिशन) भ्रष्टाचार की भेट चढ़ गया। उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने जवाब देते हुए कहा कि, तत्कालीन सरकार ने योजना बदली। कोरोना के चलते देर हुई, इसलिए सबको शुद्ध पेयजल नहीं दे सके। योजना पर कार्य जारी है।
अजय चंद्राकर ने कहा कि, भारत सरकार की वेबसाइट और आपके द्वारा दिए आंकड़े में अंतर है। पहले जल स्त्रोत की व्यवस्था करनी चाहिये थी या टंकी ढांचा का निर्माण करना था। इस संदर्भ में भारत सरकार की गाइडलाइन पूछी। मंत्री अरुण साव ने कहा कि, पहले जल स्त्रोत की व्यवस्था फिर ढांचा बनाए जाने के नियम है। अजय चंद्राकर ने कहा कि – कितने गांव में टंकी ढांचा बिना जल स्त्रोत के तैयार हुए, PHE मंत्री अरुण साव ने कहा – 994 टंकियां तैयार है, इनमें जल स्त्रोत की व्यवस्था की जा रही है।
भाजपा विधायक अजय चंद्राकर, भावना बोहरा और कांग्रेस विधायक अंबिका मरकाम ने जल जीवन मिशन योजना में अनियमितता का मामला ध्यानाकर्षण के जरिए उठाया। अजय चंद्राकर ने कहा कि, ये योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई।डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा- विभाग तत्परता से काम कर रहा है, पिछली सरकार के दौरान योजना में 2 साल की देरी हुई। नये जल श्रोत भी निर्मित किए जा रहे है, 72 ठेकेदारों पर कार्रवाई की गई. 9234 मीटर पाइप लाइन भी बदले गए, कई कार्रवाई की गई है गुणवत्ता सुधार के लिए।
अजय चंद्राकर ने कहा- 2 पेज के उत्तर में कोई कमिटमेंट नजर नहीं आया है। अरुण साव ने कहा- हमारी सरकार बनने के बाद योजना को ठीक करने का काम किया है। पहले श्रोत बनना चाहिए फिर टंकी और पाइप लाइन का काम होना चाहिए। पिछली सरकार में यही गड़बड़िया हुई। 994 टंकी तैयार है जहां जल श्रोत विकसित कर रहे हैं। स्कीम दिसंबर 2024 तक है, अभी समाप्त नहीं हुई है। विधायक धरमजीत सिंह ने कहा – जल जीवन मिशन के नाम गांवों की गलियां सड़के खोद डाली है। ठेकेदार इसका निर्माण भी नहीं कर रहे, Phe मंत्री अरुण साव ने कहा- सड़कों का निर्माण ठेकेदार को करना है, ठेकेदार निर्माण नहीं करता तो विभाग सड़कों का निर्माण करेगा।
जल जीवन मिशन केंद्र सरकार द्वारा संचालित एक योजना है, जिसका उद्देश्य हर ग्रामीण घर में पाइप के माध्यम से शुद्ध पेयजल पहुंचाना है।
विधायक अजय चंद्राकर ने जल जीवन मिशन में अनियमितता और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है और कहा कि यह योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है।
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि योजना में बदलाव और कोरोना महामारी के कारण देरी हुई। उन्होंने आश्वासन दिया कि शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने पर काम जारी है।
इस सत्र में जल जीवन मिशन के अलावा, अन्य सार्वजनिक और विकास से जुड़े मुद्दे भी उठाए जा रहे हैं। विस्तृत जानकारी सत्र की कार्यवाही के दौरान सामने आएगी।
छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र की कार्यवाही को विधानसभा की आधिकारिक वेबसाइट और समाचार माध्यमों के जरिए देखा और पढ़ा जा सकता है।