Reported By: Saurabh Singh Parihar
,रायपुर: CG Pathyapustak Nigam GM Suspended सरकारी किताबों को रद्दी में बेचने के मामले को लेकर सनसनीखेज खुलासा है। दरअसल मामले को लेकर गठित जांच समिति में शामिल अधिकारी ही असली खिलाड़ी निकले। किताबों को रद्दी में बेचने के मामले में महाप्रबंधक प्रेमप्रकाश शर्मा दोषी पाए गए हैं, जिसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया है। बता दें कि राजधानी के सिलयारी स्थित रियल बोर्ड पेपर मिल के गोदाम से बीते रविवार को सरकारी स्कूली किताबों का जखीरा बरामद किया था।
CG Pathyapustak Nigam GM Suspended वहीं दूसरी ओर सूरजपुर में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था, जिसमें जांच के बाद दोषी पाए जाने के बाद पाठ्यपुस्तक प्रभारी प्रमोद अमर बेल एक्का सहायक ग्रेड-2, सहयोगी अजित गुप्ता भृत्य और जितेन्द्र साहू भृत्य कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी सूरजपुर शामिल हैं।
बता दें कि सरकारी किताबों को रद्दी में बेचे जाने को लेकर विपक्षी दल कांग्रेस ने आरोप लगाते हुए कहा था कि रायपुर के सिलियारी स्थित रियल पेपर मिल में लाखों किताबें कबाड़ में फेंकी जा रही हैं। इस मामले की सीबीआई या रिटायर्ड जज की अगुआई में जांच करवानी चाहिए। पार्टी ने कहा है कि ये वही किताबें हैं, जो सरकार द्वारा छात्रों को मुफ्त वितरण के लिए छपवाई गई थीं। सरकार ने किताबें छपवाई, लेकिन उन्हें छात्रों तक पहुंचाने के बजाय कबाड़ में बेच दिया।
रायपुर : सरकारी किताबों को रद्दी में बेचने के मामले में जांच समिति अधिकारी ही निकला दोषी || LIVE #Chhattisgarh | @SaurabhPariharr | #CGNews
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