CG Ki Baat: रायपुर। रायपुर दक्षिण के चुनावी दंगल में दोनो खेमों के दिग्गज अपना पूरा जोर लगा चले हैं। कांग्रेस की सबसे बड़ी होप है उसका युवा फेस तो, बीजेपी को भरोसा है वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल के अभेद गढ़ में उनकी लोकप्रयिता का, लेकिन क्या इस बार यहां जनता कोई परिवर्तन के मूड में है या फिर उप-चुनाव में सपोर्ट सत्ता पक्ष के कैंडिडेट को ही मिलेगा। तय जनता को करना है जिसे लुभाने प्रचार के आखिरी दौर में दोनों पक्षों के तकरीबन सभी नेता सभा, रोड-शो के साथ-साथ दिवाली मिलन समारोहों के जरिए जनता से कनेक्शन बना रहे हैं। दक्षिण के रण में किसका दम असरदार है। देखें रिपोर्ट..
नेताओं के बीच इस जुबानी जंग से साफ है कि, इस बार रायपुर दक्षिण को फतह करने, कोई भी खेमा कसर नहीं छोड़ना चाहता। वजह भी साफ है, सालों तक इस सीट से चुने जाते रहे कद्दावर नेता बृजमोहन अग्रवाल अब सांसद हैं यानि चुनाव मैदान में नहीं है। सो दक्षिण का दंगल जीतने कांग्रेस ने बाकी सभी कार्य होल्ड कर दिये हैं, यहां तक की संगठन में बदलाव भी फिलहाल टाल दिया गया। पार्टी प्रभारी सचिन पायलट ने रायपुर दक्षिण से कांग्रेस प्रत्याशी आकाश शर्मा के पक्ष में जमकर प्रचार किया। कांग्रेस का दावा है उनके युवा उम्मीदवार की जीत तय है।
इधर, कांग्रेस के प्रचार पर बीजेपी ने तंज कसा कि राजस्थान में पायलट ने जहाज क्रैश किया अब छत्तीसगढ़ में पार्टी का डूबना तय है। सांसद बृजमोहन अग्रवाल के साथ-साथ प्रभारी श्याम बिहारी जायसवाल, प्रत्याशी सुनील सोनी के साथ रोड शो कर शक्ति प्रदर्शन करते नजर आए। तो कांग्रेस ने अपने दिग्गज नेताओं की सभाएं और रो-शो के जरिए जनसंपर्क की रणनीति बनाई है, तो बीजेपी कैंडिडेट के प्रचार के लिए मुख्यमंत्री-उपमुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्री और विधायक समेत प्रदेश के वरिष्ठ नेता हर वार्ड में दिवाली मिलन कार्यक्रम में शामिल होंगे। 11 नवंबर को CM विष्णुदेव साय का भव्य रोड शो है। रायपुर दक्षिण लगातार बृजमोहन अग्रवाल का अभेद किला रहा है, इस बार सीट बीजेपी के पास रहेगी या फिर कांग्रेस जीत का परचम लहराएगी, फैसला 23 नवंबर को सामने होगा।