CG Ki Baat: रायपुर। बीते साल सत्ता परिवर्तन के बाद से अब तक तकरीबन 10 महीने बीत चुके हैं। इस दौरान विपक्ष ने सरकार को सबसे ज्यादा अगर किसी मुद्दे पर घेरा तो वो है, प्रदेश की कानून व्यवस्था। एक तरफ चोरी-लूट-चाकूबाजी-मर्डर जैसी वारदातों के बढ़ते आंकड़े परेशानी बने तो दूसरी तरफ बलौदाबाजार और कर्वधा में घटी घटनाओँ ने गंभीर सवाल उठा दिए। सवाल पुलिसिंग की चूक पर, सवाल प्रशासन की उदासीनता पर, सवाल सूचना तंत्र के फेलुअर पर। लेकिन, अब इस पर खालिस सियासी आरोपों और सफाई की रस्साकशी दिखने लगी है।
प्रदेश में हुए दोनों बड़े कांड के लिए बीजेपी, कांग्रेस को दोषी ठहरा रही है तो कांग्रेस बीजेपी को नाकाम बताकर तंज कस रही है। सवाल ये है कि क्या बीजेपी के पास इस बात के कोई साक्ष्य हैं। सवाल ये भी अगर ये सब साजिशन हुआ तो एक मजबूत सरकार क्या इसका वक्त रहते पता नहीं लगा पाई, संभाल नहीं पाई। पहले कैबिनेट मंत्री टंकराम वर्मा के क्षेत्र बलौदा बाजार हिंसा की घटना, फिर गृह मंत्री विजय शर्मा के इलाके कवर्धा में हुआ घटनाक्रम। इन पर भाजपा नेताओं का सीधा आरोप है कि, विपक्षी कांग्रेस साय सरकार को अस्थिर करने की साजिश रच रहे हैं।
आरोप हैं कि पहले बलौदा बाजार में सतनामी समाज के लोगों को उकसाया फिर उसी तर्ज पर कवर्धा में साहू समाज को भड़काया। सांसद बृजमोहन अग्रवाल और कैबिनेट मंत्री टंकराम वर्मा का कहना है कि, ऐसी साजिश रचने कांग्रेस की फितरत रही है, उनका इतिहास रहा है। जाहिर है ये गंभीर आरोप विपक्ष को नागंवार गुजरे हैं। PCC दीपक बैज ने कहा कि BJP अपनी नाकामी छुपाने कांग्रेस पर बेवजह आरोप लगा रही है। बैज ने पूछा कि गृह मंत्री को आधी रात को कवर्धा जाने क्या हमने कहा।
ऐसे ही बलौदाबाजार घटना में मूक दर्शक बने रहे टंकराम वर्मा को तहसीलदार से पैसे लेने क्या कांग्रेस ने बोला ? कांग्रेस ने तंज कसा कि गर भाजपा से सरकार ना चल रही तो इस्तीफा दें या बर्खास्त करें। एक बात तो पूरी तरह साफ है कि, बलौदाबाजार और कवर्धा की घटनाएं, अब तक छत्तीसगढ़ की शांत प्रदेश वाली छवि को धक्का पहुंचाते हैं। मामलों पर मुख्यमंत्री ने कलेक्टर्स-SP को अलर्ट रहने की सख्त हिदायद भी दी। जिला प्रशासन को भी धार्मिक-सामाजिक मामलों में फौरन एक्शन लेने का निर्देश है। सवाल ये है कि क्या वाकई सियासे नफे के लिए समाज को सुलगाने तक से गुरेज नहीं की गई ? अगर कोई साजिश है तो उसे कौन और कब बेनकाब करेगा ?