भोपाल। CG Ki Baat: प्रदेश के आबकारी विभाग ने शराब ग्राहकों की लगातार मिलती दो प्रमुख शिकायतों, मनचाहा ब्रेंड ना मिलता और सही दाम पर शराब नहीं मिलती। इन शिकायतों को दूर करने विभाग ने एक नया एप लॉन्च किया है जिसके जरिए शराब के स्टॉक और रेट का पूरा ब्योरा कस्टमर के पास रियल टाइम में होगा, साथ ही एप पर शिकायत का करने का अधिकार भी होगा। दावा है कि इससे शराब ग्राहक सही रेट पर सही क्वालिटी की शराब पाएंगे। कांग्रेस ने इस नई व्यवस्था को लेकर बीजेपी को शराबबंदी पर चिंता करने नकली पार्टी बताते हुए करारा कटाक्ष किया। जवाब में बीजेपी याद दिला रही है कि शराबबंदी कांग्रेस का वादा था बीजेपी ने कभी ऐसा वादा किया ही नहीं सवाल है कि क्या मौजूदा व्यवस्था शराब बिक्री को प्रोत्साहन देने के लिए है।
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पूर्व cm भूपेश बघेल का ये x-पोस्ट है, प्रदेश में शराब बिक्री के सिस्टम को सुचारू और ट्रांसपेरेंट बनाने के लिए, आबकारी विभाग द्वारा लॉन्च किए गए नए मोबाइल एपलीकेशन, ‘मनपसंद एप’ को लेकर अपने सोशल मीडिया पोस्ट में भूपेश बघेल ने सरकार पर तंज कसते हुए लिखा है कि अब प्रदेश में स्कूल बंद और स्कॉच शुरू जाहिर है इसपर सियासत गर्माना तय है। दरअसल,छत्तीसगढ़ कांग्रेस बीजेपी को शराबबंदी की बाद करने वाली नकली पार्टी के तौर पर घेरना चाहती है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने बीजेपी को निशाने पर लेते हुए तंज कसा कि छग में स्कूल बंद हो रहे हैं, शराब दुकानें बढ़ रही। शराब पर चीखने-चिल्लाने वालों का असली चेहरा सामने आ गया है।
शराब के नए सिस्टम को लेकर कांग्रेस ने कमीशनखोरी समेत कई गंभीर आरोप लगाए हैं, कांग्रेस के वार पर बीजेपी विधायक, अजय चंद्राकर ने पलटवार कर दो टूक कहा कि, शराबबंदी कभी बीजेपी का मुद्दा था ही नहीं, ये तो गंगाजल की झूठ-मूठ कसम खाने वाली कांग्रेस का मुद्दा है। वहीं, कांग्रेस के स्कूल बंद होने आरोप को भी बीजेपी ने कोरा झूठ बताया है ।
CG Ki Baat: दरअसल, छत्तीसगढ़ की सियासत में धान-किसान,मकान और महिला के साथ-साथ जो सबसे बड़ा मुद्दा रहा है ‘शराब’, 2018 में कांग्रेस ने अपने मेनिफेस्टो में शराबबंदी का वादा किया जो पूरा नहीं हुआ, जिसे 2023 विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने कांग्रेस के खिलाफ बड़ा मुद्दा बनाया, अब कांग्रेस बीजेपी को शराबबंदी पर झूठी चिंता जताने वाली पार्टी बताकर घेरना चाहती है। सवाल है क्या अपनी सरकार के वक्त कोविड काल में घर पर शराब सप्लाई की व्यवस्था देने वाली कांग्रेस की इस आपत्ति और आरोप को लोग सीरियसली लेंगे ?