रायपुर: Sai Cabinet expansion, छत्तीसगढ़ में एक बार फिर साय कैबिनेट के विस्तार की चर्चा है, कहा जा रहा है कि साय कैबिनेट का विस्तार निगम चुनाव के लिए आचार संहिता लगने से पहले हो सकता है। इस दौरान राजभवन में 3 विधायक मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। हालाकि आधिकारिक रूप से इस मामले में भाजपा के पदाधिकारी या किसी सरकार के जिम्मेदार लोगों का बयान नहीं है, लेकिन ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है।
लेकिन सूत्रों के हवाले से खबर ये मिल रही है कि अगले हफ्ते मंत्रिमंडल का विस्तार होगा, इस दौरान दो नहीं बल्कि 3 मंत्री शपथ ले सकते हैं। 13 जनवरी से 15 के बीच विस्तार की अटकलें लगाई जा रही हैं। 13 जनवरी को खरमास खत्म होते ही विस्तार तय है। वहीं हरियाणा फॉर्मूले को सैद्धांतिक सहमति मिली है।
Sai Cabinet expansion, दरअसल, पिछले लगभग एक महीने से साय मंत्रिमंडल के दो रिक्त पदों के लिए मंत्रिमंडल में विस्तार की चर्चा चल रही है । साय मंत्रिमंडल के विस्तार और फेरबदल को लेकर पिछले दिनों मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों की मंत्रियों और वरिष्ठ विधायकों से चर्चा भी हुई है । मंत्रिमंडल के विस्तार और फेरबदल के बाद जिन विधायकों को मंत्री बनाए जाने की चर्चा है उनमें प्रमुख रूप से अमर अग्रवाल, किरण सिंहदेव, धरम लाल कौशिक, गजेंद्र यादव, विक्रम उसेंडी, लता उसेंडी, रेणुका सिंह, गोमती साय के नाम सामने आए हैं। हालाकि मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता इसको लेकर बोलने से बच रहे हैं । मंत्रिमंडल पद के प्रमुख दावेदारों में से एक और प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव का कहना है कि ये विषय मुख्यमंत्री, प्रभारी मंत्री, राष्ट्रीय अध्यक्ष का है, वो ही तय करेंगे कि क्या करना है ।
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साय मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर कांग्रेस तंज कस रही है कि भाजपा में जबरदस्त गुटबाजी चल रही है, इस वजह साय मंत्री मंडल का विस्तार नहीं हो पा रहा है। इस मामले पर कांग्रेस के पूर्व पीसीसी चीफ धनेंद्र साहू ने कहा कि ये न तो मंत्रिमंडल का विस्तार कर पा रहे न ही फेर बदल करने की हिम्मत कर पा रहे हैं । इनमें इतनी गुटबाजी है कि हाई कमान भी ठीक नहीं कर पा रहा। सरकार पारदर्शिता से काम नहीं कर पा रही है ।
वहीं इस पर पलटवार करते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव ने कहा कि कांग्रेस के नेता जितनी चिंता भाजपा और हमारी सरकार की करते हैं उतनी अगर अपने संगठन और अपनी सरकार के समय कर लिए रहते तो आज उनकी यह स्थिति नहीं होती । कांग्रेस को भाजपा के क्रियाकलापों पर टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है, वो खुद कुछ नहीं करते इसलिए दूसरों की ओर तांक झांक करते हैं ।
Sai Cabinet expansion: आचार संहिता से पहले होगा साय कैबिनेट…
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