Bhupesh Sarkar is teaching driving for free: रायपुर। छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल सरकार ने पढ़ाई को बढ़ावा देने के साथ-साथ प्रदेश के युवक और युवतियों को व्यवसायों में निःशुल्क ट्रेनिंग दे रहे हैं। बेरोजगार युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए भूपेश सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। अब प्रदेश के युवक-युवतियां विभिन्न व्यवसायों में निःशुल्क प्रशिक्षण लेकर अपने भविष्य को उज्जवल बना रहे हैं। भूपेश सरकार इस समय व्यावसायिक प्रशिक्षण योजना के तहत शहर हो या गाँव कोने-कोने तक राज्य के निवासियों को बेहतर तरीके से सुविधाओं को पहुंचाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। व्यावसायिक प्रशिक्षण योजना भूपेश सरकार के लिए सफल साबित हो रही है। भूपेश सरकार ने अपने राज्य के विकास को अधिक बढ़ाने और युवाओं को प्रशिक्षित करने की योजना बनाई है। जो युवा वर्ग अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति और पिछड़े वर्ग के अंतर्गत बेहद प्रतिभाशाली हैं वह पैसों की कमी की वजह से पीछे रह जाते हैं परंतु अब छत्तीसगढ़ की योजना की वजह से ऐसा नहीं होगा।
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छत्तीसगढ़ राज्य में अन्र्तव्यावसायी सहकारी वित्त एवं विकास निगम के माध्यम से 13 व्यावसायिक प्रशिक्षण केन्द्रों पर अनुसूचित जनजाति वर्ग के युवक-युवतियों को विभिन्न व्यवसायों में निःशुल्क प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। वर्ष 2003 से अब तक इस योजना में लगभग 4000 लोगों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद लोग प्राईवेट कार्य में एवं स्व-व्यवसाय में स्थापित हो चुके है।
प्रशासन की इस सेवा का लाभ उन्हीं बेटियों को मिलेगा जिनके परिवार की वार्षिक आया एक लाख 80 हजार से कम है और वो बारहवीं तक पढ़ी हैं। महिला सशक्तीकरण के तहत भूपेश सरकार ने अंत्योदय परिवार की बेटियों और महिलाओं के लिए निशुल्क ड्राइविंग ट्रेनिंग शुरू की। शिक्षा, खेल, स्वास्थ्य के साथ-साथ बेटियों को सामाजिक, आर्थिक स्तर पर मजबूत बनाने के संकल्प के साथ काम किया जा रहा है।
इस योजना की सुविधा खासकर जिले के अनुसूचित जाति वर्ग के बेरोजगार युवक युवतियों के लिए है, जिनकों (लर्निग लाइसेंस धारी) को निःशुल्क ड्राइविंग प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसमें इस वर्ग के इच्छुक बेरोजगार और बेरोजगारी भत्ता प्राप्त कर रहे युवा प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते है। बेरोजगारी भत्ता प्राप्त करने वालो उक्त वर्ग के बेरोजगारों को प्राथमिकता दी जा रही है।
छत्तीसगढ़ सरकार ने युवाओं के करियर निर्माण के लिए योजना का प्रारंभ किया है जिसका मुख्य उद्देश्य छत्तीसगढ़ के युवाओं को मुफ्त में कोचिंग प्रदान करने की सुविधा दी जाएगी। इस योजना के तहत मुख्य लाभार्थी अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति और पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थी बनेंगे। इस योजना में गरीब अनुसूचित जनजाति एवं अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को आकस्मिक चिकित्सा, गणवेश एवं उनकी विभिन्न रूचियों को प्रोत्साहन देने के लिये तथा व्यवसायिक संस्थाओं में प्रवेश के लिये 50 रुपए से लेकर 500 रुपए तक की सहायता दी जाती है।
अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के स्नातकों को संघ एवं राज्य लोक सेवा आयसोग की परीक्षा की तैयारी हेतु विशेष कोचिंग प्रदान करने के लिए प्रतिष्ठित प्रशिक्षण संस्थान का चयन करके रायपुर, बिलासपुर एवं जगदलपुर में प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है। इस प्रक्रिया से पिछड़ा वर्ग के लोग भी लाभान्वित हो रहा है। इस योजना के तहत जो छात्र छत्तीसगढ़ सिविल सेवा परीक्षा को पास करते हैं। उन्हें ₹100000 की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी और साथ ही अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्गों के प्रतिभावान छात्रों को मुफ्त में कोचिंग की सुविधा भी प्रदान की जाएगी ताकि वे छत्तीसगढ़ सिविल सेवा परीक्षा में अच्छे अंकों से उत्तीर्ण हो सके।
Bhupesh Sarkar is teaching driving for free: भूपेश सरकार की विशेष पहल से राज्य शासन द्वारा अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग की छात्र/छात्राओं को एयर होस्टेस, एविएशन, हाॅस्पिटालिटी तथा होटल मैनेजमेंट डिप्लोमा प्रशिक्षण योजना वर्ष 2006-07 से प्रारंभ की गयी है। वर्ष 2013-14 में योजना में संशोधन किया गया हैं, जिसके तहत् ‘‘हाॅस्पिटालिटी एवं होटल मैनेजमेंट’’ में डिप्लोमा प्रशिक्षण दिया जा रहा है। योजनांतर्गत वर्ष 2013-14 से वर्ष 2017-18 तक लाभान्वित प्रशिक्षणार्थियों की संख्या अनुसूचित जाति 153 और अनुसूचित जनजाति 102 है। यानी कुल 255 प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण दिया गया है। अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति एवं पिछड़ा वर्ग के गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले परिवार के युवाओं को निःशुल्क पायलेट प्रशिक्षण योजना वर्ष 2007-08 से प्रारंभ की गई है। 2017-18 रिपोर्ट के अनुसार प्रशिक्षण प्राप्त प्रशिक्षार्थियों में से कुल 108 अभ्यर्थियों को जाब प्लेसमेंट दिया जा चुका है।