रायपुर: Selling Tickets for Election in Congress चुनाव का दौर हो और कांग्रेस नेताओं नाराजगी सामने न आए ऐसा कम ही देखने को मिलता है। लोकसभा, विधानसभा हो या पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव कांग्रेस नेता ऐसा काम कर देते हैं कि मीडिया की सुर्खियों में छा जाते हैं। एक बार फिर छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव से पहले ऐसास ही देखने को मिला है। दरअसल पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा ने अपनी ही पार्टी के नेताओं पर टिकट बेचने का आरोप लगाया है। इतना ही नहीं उन्होंने कांग्रेस छोड़कर गए नेताओं की वापसी का रास्ता बंद करने की मांग की है।
Selling Tickets for Election in Congress मिली जानकारी के अनुसार पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा ने पीसीसी चीफ दीपक बैज को पत्र लिखकर शिकायत की है। कुलदीप जुनेजा का अरोप है कि अजीत और आनंद कुकरेजा हमेशा टिकट खरीदने की बात कहते हैं। वो तो यहां तक कहते हैं कि पैसे के दम पर कांग्रेस में वापसी करेंगे। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और दीपक बैज से जांच की मांग करते हुए कहा है कि कोई तो है जो टिकट बेचता है।
वहीं, उन्होंने कांग्रेस छोड़कर गए नेताओं की घर वापसी को लेकर कहा है कि जोगी परिवार, बृहस्पत, आनंद कुकरेजा और अजित कुकरेजा की पार्टी में वापसी नहीं होनी चाहिए। इन नेताओं ने कई चुनावों में पार्टी को हराने का काम किया है। ऐसे नेताओं को बिल्कुल भी घर वापसी का मौका नहीं दिया जाना चाहिए।
वहीं, कुलदीप जुनेजा के आरोपों पर कहा कि कांग्रेस में ऐसी स्थिति कभी नहीं रही है। मैं विधानसभा, लोकसभा चुनाव के समय भी अध्यक्ष था। कहीं टिकट बिकने जैसी कोई बात नहीं रही। टिकट देने में गलती हो सकती है बिकने जैसी बात नहीं है।
कुलदीप जुनेजा ने पीसीसी चीफ दीपक बैज को लिखे पत्र में अजीत और आनंद कुकरेजा पर पैसे के दम पर टिकट खरीदने और पार्टी में वापसी करने की बात कहने का आरोप लगाया है। उन्होंने इस मामले की जांच की मांग की है।
जुनेजा ने कहा है कि जोगी परिवार, बृहस्पत, आनंद कुकरेजा, और अजित कुकरेजा जैसे नेताओं को पार्टी में वापसी का मौका नहीं दिया जाना चाहिए क्योंकि उन्होंने पार्टी को नुकसान पहुंचाने का काम किया है।
उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पीसीसी चीफ दीपक बैज को पत्र लिखकर अपनी शिकायत भेजी है और इस मामले की जांच की मांग की है।
कांग्रेस ने इन आरोपों को खारिज किया है। पार्टी ने कहा है कि टिकट देने में गलती हो सकती है, लेकिन टिकट बिकने जैसी स्थिति कभी नहीं रही है।
कांग्रेस में टिकट बेचने और नेताओं की घर वापसी को लेकर उठाए गए सवाल से पार्टी में आंतरिक कलह और असंतोष बढ़ रहा है, जो नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव से पहले पार्टी के लिए एक चुनौती है।