रायपुर: कुछ दिन पहले छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया था। (Amarjit Singh Bhagat’s land scam in Chhattisgarh) उनपर महादेव सट्टा से एप्प से जुड़े मामले में अन्य लोगों के साथ यह प्राथमिकी दर्ज की गई थी तो वही अब उनकी सरकार में खाद्य मंत्री रहे अमरजीत सिंह भगत भी एक बड़े घोटाले में फंस गए हैं। सूत्रों की मानें तो आने वाले दिनों में पूर्व मंत्री की समस्या बढ़ने वाली हैं।
जानकारी के मुताबिक़ यह जमीन से जुड़ा घोटाला हैं जी आयकर विभाग की जांच में सामने आया हैं। बताया जा रहा हैं कि अंबिकापुर में बांग्लादेशी शरणार्थियों को जमीन देने के नाम पर यह पूरा जमीन घोटाला किया गया हैं। (Amarjit Singh Bhagat’s land scam in Chhattisgarh) वही इस नए स्कैम के खुलासे के बाद आयकर विभाग ने कार्रवाई के लिए मुख्य सचिव और डीजीपी को भी खत लिखा हैं। सम्भावना जताई जा रही हैं कि सर्कार इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई की अनुमति दे सकती हैं।
गौरतलब हैं कि पिछले साल विधानसभा चुनाव के दौरान नवंबर 2023 में वित्तीय अपराध जांच एजेंसी ने आरोप लगाया था कि महादेव बुक के प्रमोटर्स द्वारा हवाला के जरिए तत्कालीन सीएम भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपए दिए गए थे। इसी से जुड़े मामले में उनपर प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। एफआईआर में छठवें नंबर पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नाम है। उनके अलावा प्रमोटर्स सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल, शुभम सोनी, चंद्रभूषण वर्मा, आसीम दास, नीतीश दीवान, सौरभ चंद्राकर, अनिल कुमार अग्रवाल, विकास छापरिया, रोहित गुलाटी, विशाल आहूजा, धीरज आहूजा, अनिल कुमार दम्मानी, सुनील कुमार दम्मानी, भीम सिंह यादव, हरिशंकर टिबरेवाल, सुरेंद्र बागड़ी, सूरज चोखानी और संबंधित अज्ञात ब्यूरोक्रेट्स, पुलिस अफसर और ओएसडी के नाम शामिल हैं।