Reported By: Avinash Pathak
, Modified Date: January 4, 2024 / 03:21 PM IST, Published Date : January 4, 2024/3:21 pm ISTरायगढ़। Raigarh News: रायगढ़ जिले में सौ से अधिक निजी स्कूलों को आरटीई की सीटों में दाखिले के बदले मिलने वाली प्रतिपूर्ति राशि एक साल से नहीं मिल पाई है। य़े राशि तकरीबन सात करोड़ रुपए से अधिक की है। स्कूल संचालकों का कहना है कि बीते साल भी बकाया राशि को लेकर राज्य शासन का ध्यानाकर्षण कराया था, लेकिन नतीजा सिफर रहा है। ऐसे में उन्हें वित्तीय परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल, शिक्षा का अधिकार कानून के तहत स्कूलों में बीपीएल परिवारों को निशुल्क एडमिशऩ दिया जाता है। दाखिले के बाद फीस की राशि राज्य शासन स्कूलों के खाते में जमा करता है।
राशि नहीं मिलने से स्कूल संचालन में हो रही दिक्कत
रायगढ़ जिले की बात करें तो जिले में 335 स्कूल आरटीई के दायरे में आते हैं। इन्हें 16 करोड़ से अधिक की राशि का भुगतान हर साल किया जाता है। लेकिन बीते शिक्षण सत्र में तकरीबन 103 स्कूलों की प्रतिपूर्ति राशि का भुगतान ही नहीं हो पाया है। स्कूल संचालकों का कहना है कि वे किसी तरह कोविड की मार से उबर पाए हैं। राशि नहीं मिलने से स्कूलों के संचालन में दिक्कतें हो रही हैं। इस संबंध में कई बार शासन से पत्राचार भी किया गया है, लेकिन अब तक कोई हल नहीं निकल पाया है।
Raigarh News: इधर शिक्षा विभाग के अधिकारियों की अपनी ही दलील है। जिला शिक्षा अधिकारी का कहना है कि स्कूलों को आरटीई की राशि के भुगतान के लिए पोर्टल में आन लाइन एंट्री करनी होती है। समय पर दस्तावेज भी जमा करना होता है। लेकिन कई स्कूलों के दस्तावेजों में कमी थी जिसके चलते पोर्टल में इंट्री नहीं हो पाई है। ऐसे स्कूलों को नोटिस जारी कर दस्तावेज पूर्ण करने को कहा गया है। राशि का भुगतान शासन स्तर पर सीधे स्कूलों के अकाउंट में किया जाता है। भुगतान के लिए प्रय़ास किए जा रहे हैं।