Heavy rains caused havoc in Chhattisgarh
रायपुर। छत्तीसगढ़ में लगभग सभी जगह मंगलवार रात से लगी झड़ी गुरुवार को भी जारी रही और दिनभर ताबड़तोड़ बारिश हुई। सावन की पहली झड़ी का बुधवार-गुरुवार को सबसे ज्यादा असर बिलासपुर और सरगुजा संभागों में देखा गया है। लगातार दो दिन की बारिश से नदी-नाले उफन गए हैं तथा कई जगह बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। रायगढ़ में खरसिया के पास मांड नदी पर आड़पथरा बांध के गेट के वायर टूटने से पानी बाहर आ गया है। इससे बांध के ऊपर-नीचे के दर्जनभर से ज्यादा गांवों में खेत लबालब हो गए हैं और बाढ़ बस्ती तक पहुंच रही है। लगातार बारिश के कारण केंवची-अमरकंटक रोड पर जगह-जगह भूस्खलन हुआ है। इससे अधिकांश सड़कें घंटों जाम रही हैं।
नारियल तेल और आंवला बालों के सफेद होने से रोकेंगे
इन जिलों में बारिश ने मचाई तबाही
बता दें कि रायगढ़, कोरबा और सरगुजा समेत दोनों संभागों के अधिकांश जिलों में पिछले 24 घंटे से भारी वर्षा हो रही है। रायपुर में बुधवार को पूरे दिन और रात में भी रुक-रुककर बारिश होती रही, जिससे सड़कें लबालब रहीं। हालांकि दोपहर 2 बजे से शाम तक बारिश थम गई थी। वहीं, बस्तर के अधिकांश हिस्से में लगातार तीन दिन तक भारी वर्षा हुई, लेकिन गुरुवार को बारिश कुछ थमी है। कवर्धा जिले के पंडरिया में हरि नाले की बाढ़ से पुल पर ढाई फीट पानी चला और नेशनल हाईवे-130 बंद हो गया। उधर, सूरजपुर भैयाथान इलाके में कमरे की दीवार गिरने से एक बच्ची समेत 6 लोग घायल हो गए, जिनमें एक की हालत गंभीर है।
केवची-अमरकंटक मार्ग पर हुआ भूस्खलन
सरगुजा के दरिमा इलाके में एक युवक गुरुवार को पुलिस पार करते समय बाइक समेत बह गया, लेकिन करीब एक किमी दूर वह झाड़ियों के सहारे सुरक्षित बाहर आ गया। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में केवची-अमरकंटक मार्ग पर पहाड़ का बड़ा हिस्सा गुरुवार को टूटकर सड़क पर गिरा। इस मलबे से अमरकंटक मार्ग 4 घंटे बंद रहा। इसी मार्ग पर सिद्ध बाबा के पास भी पहाड़ का मलबा सड़क पर गिरा है। गौरेला से ज्वालेश्वर और दुर्गाधारा के रास्तों से अमरकंटक मार्ग पर भी कई जगह भूस्खल हुआ है। हालांकि सभी मार्ग चालू कर लिए गए हैं।
उत्तर छत्तीसगढ़ में आज भी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने आज भी कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। कोरिया, सूरजपुर और जीपीएम के लिए ऑरेंज अलर्ट तथा बिलासपुर, कोरबा और मुंगेली जिले के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। इनमें से ऑरेंज अलर्ट वाले एक-दो इलाके में भारी वर्षा की संभावना है। मौसम विशेषज्ञ एचपी चंद्रा ने बताया कि पश्चिम बंगाल के ऊपर बना अवदाब 19 किमी की रफ्तार से बढ़कर झारखंड के ऊपर पहुंच गया है। यह शुक्रवार को सुबह झारखंड पार करके सरगुजा और आसपास पहुंचेगा, जिससे वहां भारी वर्षा हो सकती है।
पिछले 36 घंटे से रायपुर समेत प्रदेश में भारी से अतिभारी बारिश हो रही है। शुक्रवार को बारिश की गतिविधियों कम होने की संभावना है। इसके बावजूद एक दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। इस दौरान कुछ जगहों पर वज्रपात की संभावना भी है। इस दौरान प्रदेश में 3 फीसदी कम बारिश रिकार्ड की गई है, जो कि सामान्य है। वहीं, अब तक 607.6 मिमी की तुलना में 591.7 मिमी पानी गिरा है। राजधानी में बुधवार की सुबह से शुरू हुई बारिश गुरुवार की दोपहर में थमी। प्रदेश के कई इलाकों में पिछले 36 या 48 घंटे से रुक-रुककर बारिश हो रही है। धर्मजयगढ़ में पिछले 24 घंटे में ही 22 सेमी पानी बरस गया। सूरजपुर में 16, रामानुजनगर व पथरिया में 15 सेमी पानी गिर गया। राजधानी में 93.6 सेमी बारिश रिकार्ड की गई।
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