बलरामपुर: PUBG game death,ऑनलाइन गेम पबजी के चक्कर में फिर ऐ एक युवक की जान चली गई। मृतक युवक ऑनलाइन गेम पबजी खेलने का आदी था। टास्क पूरा करने के चक्कर में उसने जंगल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया है।
बलरामपुर जिले के शंकरगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत जमड़ी की घटना है। मृतक का नाम दीपक कुमार है और उसकी उम्र 21 साल थी। वह इस खेल का काफी शौकीन था। लेकिन टास्क पूरा करने के चक्कर में उसने जंगल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया है।
PUBG game death, परिजनों की सूचना पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और डेड बॉडी को नीचे उतार कर इस मामले की विवेचना शुरू कर दी है। शुरुआती विवेचना में पुलिस को पता चला कि मृतक युवक ऑनलाइन गेम पबजी खेलने का आदी था और लगातार इसी में डूबा रहता था। विवेचना के दौरान पता चला कि मृतक इस खेल के टास्क को पूरा करना चाहता था लेकिन वह इसे पूरा नहीं कर सका और अंत में फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया है।
इस घटना के बाद से परिवार का रो रो कर बुरा हाल है और पूरे गांव में मातम पसर गया है। एक बार फिर जागरूकता और जानकारी के अभाव में ऑनलाइन मोबाइल गेमिंग ने एक परिवार की खुशियां छीन ली है।
इसके पहले बीते अक्टूबर महीने में धमतरी के गुहाननाला गांव में भी ऐसी घटना हुई थी । मोबाइल पर गेम खेलने से मना करने पर नाराज हुए कक्षा दसवीं के एक छात्र ने जहर खा लिया था। छात्र को अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव उनके परिजन को सौंप दिया है।
पुलिस के मुताबिक लोकनाथ सोरी मोबाइल चलाने का आदी था। वह मोबाइल में पबजी गेम भी खेला करता था। बुधवार, 9 अक्टूबर को दोपहर परिजनों ने दिनभर मोबाइल चलाने से मना किया। नाराज छात्र अपने खेत की तरफ चला गया। थोड़ी देर बाद सूचना मिली कि वह उल्टी कर रहा है। जहर खाने की आशंका होने पर परिजन उसे तत्काल इलाज के लिए नगरी अस्पताल ले गए, लेकिन उसे बचा नहीं पाए।
हां, कई घटनाओं में यह पाया गया है कि पबजी गेम के प्रति अत्यधिक लत ने लोगों को मानसिक तनाव, आत्महत्या, और असामान्य व्यवहार की ओर धकेला है। इस गेम के कारण टास्क पूरा करने के दबाव में कई युवाओं ने अपनी जान गंवाई है।
पबजी गेम की लत से बचने के लिए स्क्रीन समय को नियंत्रित करना, परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताना, खेल के बजाय अन्य शौक अपनाना, और मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना जरूरी है।
अगर कोई व्यक्ति दिनभर गेम खेलता है, सामाजिक गतिविधियों से दूरी बनाता है, खाने-पीने और सोने के समय में बदलाव करता है, और गेम में असफलता से अत्यधिक प्रभावित होता है, तो यह लत के संकेत हो सकते हैं।
पबजी गेम में हिंसा और आक्रामकता को बढ़ावा देने वाले तत्व हैं, जो बच्चों के मानसिक और भावनात्मक विकास पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। इसे बच्चों के लिए सुरक्षित नहीं माना जाता।
ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए परिवारों को जागरूकता बढ़ानी चाहिए, बच्चों पर ध्यान देना चाहिए, और समय-समय पर उनकी मानसिक स्थिति का आकलन करना चाहिए। सरकार और समाज को भी ऑनलाइन गेमिंग से जुड़े जोखिमों के बारे में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है।
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