रायपुर: छत्तीसगढ़ में साल 2021-22 में होने वाली धान खरीदी की तैयारियों को लेकर मंगलवार को रायपुर में मंत्रिमंडलीय उप समिति की बैठक हुई, जिसमें कई बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा हुई। राज्य सरकार नवंबर महीने से धान खरीदी की शुरुआत कर सकती है। साथ ही, वर्तमान में धान संग्रहण केंद्रों में रखे हुए धान के निष्पादन पर भी चर्चा हुई है।
छत्तीसगढ़ में नवंबर से धान खरीदी की शुरुआत होगी। इससे पहले कि मंगलवार को धान खरीदी संबंधित तैयारियों को लेकर मंत्रिमंडल उपसमिति की बैठक हुई। बैठक में वर्तमान में धान खरीदी केंद्रों में रखे धान के निष्पादन को लेकर चर्चा हुई। इसके बाद आगामी वर्ष 2021-22 के लिए धान खरीदी के बारदाने को लेकर चर्चा हुई। इस पर यह निर्णय हुआ कि पर्याप्त बारदाने के लिए केंद्रीय जूट कमिश्नर को पत्र लिखा जाएगा। साथ ही राज्य सरकार भी खुले बाजार से बारदाने खरीदेगी।
पिछले वर्ष छत्तीसगढ़ में 92 लाख मिट्रिक टन से ज्यादा धान की खरीदी हुई थी। इस वर्ष यह आंकड़ा एक करोड़ मिट्रिक टन पार होने की उम्मीद है। इसके लिए राज्य सरकार सहकारी समितियों की वर्तमान मांगों पर विचार करने की बात कही है। जिससे राज्य सरकार इतने बड़े आंकड़ों पर धान खरीदी सरलता से कर सके। धान खरीदी केंद्र से धान के उठाव को परिवहन किए जाने पर भी चर्चा हुई।
सरकार ने धान के कटोरा में धान खरीदी की तैयारी शुरू कर है। विशेषज्ञों के अनुमान हे कि इस साल लगभग 1 करोड़ 38 लाख मीट्रिक टन धान के उत्पादन होगा। वहीं, लगभग 1 करोड़ मीट्रिक टन धान खरीदी का भी अनुमान लगाया जा रहा है। अब सवाल ये उठता है कि अगर इतनी बड़ी मात्रा में धान खरीदी होगी, तो सरकार बारदाना, परिवहन, उठाव की व्यवस्था कैसे करेगी?