रायपुर : Water Supply In Raipur : राजधानी रायपुर में जलापूर्ति की व्यवस्था को सुगम करने के लिए बड़ा निर्णय लिया गया है। राजधानी के एबीडी (एरिया बेस्ड डेवलपमेंट) इलाके के 14 वार्डों में अगले महीने से 24 घंटे पानी मिलने लगेगा। रायपुर स्मार्ट सिटी ने पाइपलाइन बिछाने के बाद ज्यादातर इलाकों में पानी सप्लाई की टेस्टिंग कर ली है। कुछ हिस्सों में टेस्टिंग और तकनीकी काम बाकी हैं। इसे अगले कुछ दिनों में पूरा कर लिया जाएगा।
मिली जानकारी के अनुसार, नल से हर मिनट 5 लीटर के फोर्स से पानी आएगा। यानी एक घंटे में 300 लीटर पानी मिलेगा। इसमें ऐसा तकनीकी सिस्टम लगाया गया है कि, टुल्लू पंप से भी पानी की फोर्स नहीं बढ़ेगी। यानी नल से सीधे पानी खींचकर छत की टंकी में चढ़ाया नहीं जा सकेगा। एबीडी एरिया यानी शहर के बीचोबीच घनी आबादी वाला इलाका है। यह सुविधा 27 हजार परिवारों यानी करीब डेढ़ लाख लोगों के लिए एक साथ शुरू की जा रही है। टुल्लू पंप से पानी खिंचने की शिकायत दूर करने के लिए नल की धार निर्धारित कर दी गई है।
बताया जा रहा है कि, नल से एक निर्धारित फोर्स से ही पानी आएगा। इसके लिए पाइप लाइन में सिस्टम लगाया गया है, जिसकी वजह से टुल्लू पंप या मोटर लगाने पर भी पानी की धार नहीं बढ़ेगी। इससे नल से सीधे पानी खींचकर छत की टंकी में चढ़ाने की शिकायत भी दूर हो जाएगी। निगम अफसरों का दावा है कि 24 घंटे पानी सप्लाई होने नल से टुल्लू पंप लगाकर भी पानी टंकी में नहीं चढ़ाया जा सकेगा।
Water Supply In Raipur : पांच-छह सदस्य वाले एक परिवार की औसत जरूरत प्रतिदिन 1000 लीटर है। इतना पानी औसत तीन घंटे में लिया जा सकेगा। ज्यादा जरूरत होने पर अतिरिक्त पानी ले सकते हैं। अफसरों के अनुसार प्रति हजार लीटर पर 6 रुपए की दर से शुल्क लिया जाएगा। इस हिसाब एक हजार लीटर पानी रोज लेने पर 6 रुपए बिल आएगा। इस तरह महीने में 180 और साल में 2160 रुपए का बिल आएगा।
अभी निगम 2400 रुपए सालाना लेता है। ज्यादा पानी लेने पर उसी अनुपात में अधिक बिल आएगा। अभी निगम सुबह-शाम एक-एक घंटा पानी की सप्लाई करता है। इसमें यह पता नहीं चल पाता कि एक परिवार कितना पानी ले रहा है। मोटर पंप इत्यादि लगाकर लोग ज्यादा पानी खींच लेते हैं। इससे कम जरूरत वाले लोग जो पंप या मोटर का उपयोग नहीं करते उन्हें आवश्यकता का पानी भी नहीं मिल पाता। रायपुर स्मार्ट सिटी ने गंज और मोतीबाग टंकी को इस योजना से जोड़ा है।
राइजिंग मेन लाइन के जरिए फिल्टर प्लांट से टंकियों में पानी भरा जाता है। अभी सुबह की सप्लाई के लिए रातभर और शाम की सप्लाई के लिए दिनभर टंकियों को भरने का काम चलता है। साढ़े छह मीटर टंकी भरने में लगभग 8 घंटे लगते हैं। 24 घंटे पानी योजना में 24 घंटे पानी सप्लाई के लिए मोतीबाग और गंज टंकियों को भरने की जरूरत होगी।
नगर निगम कमिश्नर अबिनाश मिश्रा ने कहा कि, 24 घंटे पानी सप्लाई का काम लगभग पूरा हो गया है। कुछ तकनीकी काम बाकी हैं, जिसे जल्द ही पूरा कर लेंगे। अक्टूबर अंत तक पानी की सप्लाई शुरू हो जाएगी।
Water Supply In Raipur : 24 घंटे सप्लाई पर नजर रखने कमांड सेंटर बनाया जा रहा है। यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक से मॉनिटरिंग करेगा। इसमें पानी के फ्लो के साथ क्वालिटी की मॉनिटरिंग होगी। पाइपलाइन में लीकेज, ओवर फ्लो होने जैसी दिक्कतें तुरंत पता चलेगी। इससे तुरंत खराबी दूर की जा सकेगी।
इससे पानी सप्लाई में दिक्कत नहीं होगी। पानी का बिल लेने के लिए निगम का कर्मचारी एक-एक घर के मीटर की रीडिंग नहीं करेंगे। उनके पास एक मशीन होगी। मशीन को लेकर वे उन इलाकों में जाएंगे, तो मशीन अपने-आप खपत की रीडिंग कर बिल जनरेट करेगी। अफसरों का कहना है कि इस पर विचार किया जा रहा है कि बिल हर महीने दिया जाएगा या फिर रीडिंग कर एक साथ वसूला जाएगा।