No female SP could live in this district, you will be surprised to know the

इस जिले में नहीं रह पाई कोई महिला एसपी, वजह जानकर रह जाएंगे आप हैरान

आजादी के बाद से अब तक 56 एसपी बदलने के बाद पहली बार सरगुजा जिले को महिला एसपी मिली है। जिले की एसपी ने मोर्चा संभालते ही सरगुजा पुलिस को

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:26 PM IST, Published Date : May 20, 2022/8:45 pm IST

सरगुजा। आजादी के बाद से अब तक 56 एसपी बदलने के बाद पहली बार सरगुजा जिले को महिला एसपी मिली है। जिले की एसपी ने मोर्चा संभालते ही सरगुजा पुलिस को फ्रैंडली बनाने के लिए और लोगों की समस्याओं का तत्काल निराकरण के लिए एक पहल की शुरुआत की है।>>*IBC24 News Channel के WhatsApp  ग्रुप से जुड़ने के लिए Click करें*<<

यह भी पढ़े : बलात्कार मामले में बुरे फंसे ये मशहूर एक्टर, विदेश से भागने की प्लानिंग फ्लॉप, पासपोर्ट जब्त… 

भावना गुप्ता ने संभाली जिले की कमान

दरअसल आजादी के बाद 1 जनवरी 1948 से जिले में जबसे एसपी दफ्तर बना है, तब से 56 पुरुष एसपी यहां अपनी सेवाएं दे चुके हैं। इस बार जिले की कमान भावना गुप्ता को मिली है। जिले की पहली महिला एसपी ने कार्यभार संभालते ही लोगों की समस्या का निवारण करने के लिए संवाद कार्यक्रम का आयोजन करना शुरू कर दिया है।

यह भी पढ़े : भारी बारिश की चेतावनीः मौसम विभाग ने इन 9 जिलों के लिए जारी किया येलो अलर्ट 

लोग कॉल कर के दर्ज करवा सकते हैं शिकायत

इस कार्यक्रम के माध्यम से लोगों तक ये जानकारी पहुंचाई जा रही है कि जो लोग अपनी शिकायत एसपी ऑफिस तक नहीं पहुंच पाते वे सभी अपनी शिकायतें उनके मोबइल नंबर 6266886061 पर कॉल करके दे सकते हैं। इसके लिए एक टीम भी गठित की गई है। ये टीम कॉल पर मिलने वाली शिकायतों का निवारण करेगी। इस दौरान शिकायत का निवारण करने के लिए समय सीमा भी तय की गई है। इसके तहत आम शिकायतों का निवारण 7
दिन में होगा, जबकि गंभीर समस्याओं का निराकरण 3 दिनों के भीतर होगा।

यह भी पढ़े : Thailand Open 2022: पीवी सिंधू ने दी दुनिया की नंबर वन खिलाड़ी अकाने यामागुची को मात, कटाया सेमीफाइनल का टिकट 

क्या है इस कार्यक्रम का उद्देश्य

इस अभियान के पीछे एसपी भावना गुप्ता का उद्देश्य है कि कई बार लोगों की शिकायते थाने में निराकृत नही हो पाती या यूं कहें कि थाने से भी लोग प्रताड़ित होते है। ऐसे में वो लोग जो अपना नाम गोपनीय रखना चाहते है, उनकी भी शिकायतों का निराकरण होगा। इससे यह भी पता चल सकेगा कि, पुलिस कहां कमज़ोर है और इसे कैसे ठीक किया जा सकता है। पुलिस द्वारा पहले भी इस तरह के कई अभियान चलाए जा चुके हैं, लेकिन इसका असर देखने को नहीं मिला । ऐसे में एसपी भावना गुप्ता द्वारा शुरू की गई ये पहल आम लोगों को कितनी राहत दे पाएगी ये देखना देखना दिलचस्प होगा।