Chhattisgarh patrkar suraksha kanoon | छत्तीसगढ़ पत्रकार सुरक्षा कानून

CG Patrkar Suraksha Kanoon: पत्रकारों की सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाएगी सरकार?.. नेता प्रतिपक्ष डॉ महंत ने की पैरवी, कहा, ‘हम देंगे साथ’..

इन घटनाओं ने पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को और प्रासंगिक बना दिया है। यह स्पष्ट है कि जब तक पत्रकारों को सुरक्षित माहौल और कानूनी संरक्षण नहीं मिलेगा, तब तक स्वतंत्र और निष्पक्ष पत्रकारिता संभव नहीं हो सकेगी।

Edited By :  
Modified Date: January 7, 2025 / 12:08 AM IST
,
Published Date: January 7, 2025 12:08 am IST

मनेन्द्रगढ़: नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने पत्रकार सुरक्षा कानून पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार की प्रमुख जिम्मेदारी होनी चाहिए। (Chhattisgarh patrkar suraksha kanoon) महंत ने बताया कि कांग्रेस सरकार ने अपने पिछले कार्यकाल के दौरान पत्रकारों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक विशेष कानून का मसौदा तैयार किया था। यह पहल पत्रकारों को सुरक्षित माहौल उपलब्ध कराने और उनकी स्वतंत्रता को बनाए रखने के लिए की गई थी।

विधानसभा में कानून पेश करने की अपील

महंत ने जोर देकर कहा कि यदि पत्रकार सुरक्षा कानून को विधानसभा में प्रस्तुत किया जाता है, तो इसे सर्वसम्मति से पारित कराने का हर संभव प्रयास किया जाएगा। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से अपील की कि पत्रकारों की सुरक्षा जैसे संवेदनशील मुद्दे पर राजनीति से ऊपर उठकर समर्थन दें।

पत्रकारों की सुरक्षा: सरकार का दायित्व

महंत ने स्पष्ट किया कि पत्रकारों की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी सरकार की है। (Chhattisgarh patrkar suraksha kanoon) उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करना सरकार का दायित्व है कि पत्रकार बिना किसी दबाव या खतरे के अपने कर्तव्यों का पालन कर सकें। महंत ने यह भी कहा कि इस कानून को लागू करने में समाज के हर वर्ग का सहयोग आवश्यक होगा। इससे न केवल पत्रकारिता को प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि लोकतंत्र की जड़ें भी और मजबूत होंगी।

राज्य में पत्रकार सुरक्षा की बढ़ती मांग

पिछले कुछ समय से राज्य में पत्रकारों पर बढ़ते हमले और सुरक्षा संबंधी चुनौतियां सामने आई हैं। बीजापुर में युवा पत्रकार मुकेश चंद्राकर की निर्मम हत्या ने इस मुद्दे को और गंभीर बना दिया है। चंद्राकर ने सड़क निर्माण में हो रहे भ्रष्टाचार को उजागर किया था, जिससे संबंधित ठेकेदार ने साजिश के तहत उनकी हत्या कर दी। इस घटना के बाद राज्य सरकार ने ठेकेदार के खिलाफ जांच शुरू की, लेकिन यह मामला राज्य में पत्रकारों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करता है।

अन्य घटनाएं भी चिंताजनक

यह मामला अकेला नहीं है। धमतरी में अवैध वसूली की खबर दिखाने पर IBC24 के संवाददाता को वन विभाग के एक अधिकारी ने धमकी दी और गाली-गलौच की। यह मामला बढ़ने पर आरोपी अधिकारी को न केवल पद से हटाया गया, बल्कि गिरफ्तार भी किया गया।

Read Also: Bijapur Naxal Attack Live Update: सीएम साय और गृहमंत्री विजय शर्मा देंगे शहीदों को सलामी.. कल दंतेवाड़ा में दी जाएगी राजकीय सम्मान से विदाई

पत्रकार सुरक्षा कानून की आवश्यकता

इन घटनाओं ने पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को और प्रासंगिक बना दिया है। यह स्पष्ट है कि जब तक पत्रकारों को सुरक्षित माहौल और कानूनी संरक्षण नहीं मिलेगा, तब तक स्वतंत्र और निष्पक्ष पत्रकारिता संभव नहीं हो सकेगी। (Chhattisgarh patrkar suraksha kanoon) महंत ने कहा कि इस कानून के जरिए न केवल पत्रकारों को उनका हक मिलेगा, बल्कि यह लोकतंत्र की मजबूती के लिए भी एक अहम कदम होगा।

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए हमारे फेसबुक फेज को भी फॉलो करें

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें

Follow the IBC24 News channel on WhatsApp

 
Flowers