Flora Max Company Korba Case : कोरबा: रविवार शाम हुए हंगामे की गूंज अब तक शांत नहीं हुई है। इस घटना के बाद हालात और गरमा गया हैं, खासकर तब जब कृषि मंत्री लखनलाल देवांगन के बयान ने राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है। वहीं, मुख्य मार्ग को जाम कर एंबुलेंस का रास्ता रोकने की घटना में पुलिस ने अज्ञात महिलाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
रविवार की शाम को कोरबा के आईटीआई चौक पर फ्लोरा मैक्स कंपनी द्वारा ठगी का शिकार हुई महिलाएं धरना प्रदर्शन कर रही थीं। तानसेन चौक पर महिलाओं का यह विरोध प्रदर्शन अचानक उग्र हो गया, जब कृषि मंत्री रामविचार नेताम और लखनलाल देवांगन वनवासी आश्रम पहुंचे। महिलाओं ने मंत्री के काफिले को रोकने के लिए मुख्य मार्ग पर चक्काजाम कर दिया।
Flora Max Company Korba Case : इस जाम के कारण मुख्य सड़क पर यातायात ठप हो गया, जिससे मरीज को ले जा रही एक एंबुलेंस भी फंस गई। करीब दो घंटे तक चले इस घटनाक्रम ने स्थिति को और जटिल बना दिया। एंबुलेंस चालक की शिकायत पर पुलिस ने संबंधित मामले में एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने शासकीय कार्य में बाधा डालने के आरोप में भी अज्ञात महिलाओं के खिलाफ अलग से मामला दर्ज किया है। अधिकारियों ने बताया कि घटनास्थल पर मौजूद वीडियो फुटेज की जांच की जा रही है। वीडियो के आधार पर चक्काजाम में शामिल महिलाओं की पहचान कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इस पूरे मामले ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। मंत्री लखनलाल देवांगन के बयान के बाद राजनीति और गरमा गई है। अब देखना यह है कि प्रशासन और पुलिस इस मामले में क्या कदम उठाती है और राजनीति में इस विवाद का क्या असर पड़ता है।