Reported By: dhiraj dubay
,Crime registered against two Balco workers: कोरबा: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के बालको थाना क्षेत्र से एक दर्दनाक और शर्मनाक घटना सामने आई है। बालको प्लांट में तैनात सुरक्षाकर्मियों और कर्मचारियों ने दो नाबालिग लड़कों को बेरहमी से पीट डाला। बताया जा रहा है कि ये बच्चे प्लांट के अंदर पकड़े गए थे, जिसके बाद उन्हें पुलिस के हवाले करने के बजाय सुरक्षाकर्मियों ने बेल्ट और लाठी से बर्बर हमला किया। इस क्रूरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पीड़ित बच्चों की पीठ और शरीर पर गहरे घाव और चोट के निशान पाए गए हैं। घटना के बाद बच्चों की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है।
सूत्रों के मुताबिक, इन नाबालिग बच्चों पर आरोप है कि वे चोरी की नीयत से बालको प्लांट के अंदर घुसे थे। हालांकि, इस बात की पुष्टि अभी तक नहीं हुई है। यहां सवाल यह उठता है कि अगर बच्चे चोरी के इरादे से भी आए थे, तो उन्हें कानून के हवाले करने के बजाय सुरक्षाकर्मियों ने कानून को अपने हाथ में क्यों लिया?
Crime registered against two Balco workers: घटना के उजागर होने के बाद बालको थाना पुलिस ने सुरक्षाकर्मियों और अज्ञात कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि घटना के दौरान कौन-कौन से कर्मचारी और सुरक्षाकर्मी शामिल थे।
यह घटना कई सवाल खड़े करती है। अगर नाबालिग बच्चों ने किसी अपराध की कोशिश की थी, तो उचित प्रक्रिया के तहत उन्हें पुलिस को सौंपा जाना चाहिए था। लेकिन, सुरक्षाकर्मियों द्वारा इस तरह की हिंसा करना न केवल गैरकानूनी है, बल्कि यह मानवता के प्रति असंवेदनशीलता को भी दर्शाता है। यह मामला एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करता है कि क्या बालको प्लांट में सुरक्षा के नाम पर इस तरह की बर्बरता जायज है? क्या कानून-व्यवस्था लागू करने के लिए बालको के लोग खुद कानून तोड़ सकते हैं? पुलिस की जांच से उम्मीद की जा रही है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और पीड़ित बच्चों को न्याय मिलेगा।