Fake medical certificate case Kawardha: 3 constables recruited...

Fake medical certificate case Kawardha: फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट बनाकर पुलिस में भर्ती हुए 3 कांस्टेबल, प्रमाण पत्र जारी करने वाले डॉक्टर पर गिरी गाज

Edited By :   |  

Reported By: SuryaPrakash Chandrawanshi

Modified Date: January 23, 2025 / 12:50 PM IST
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Published Date: January 23, 2025 11:49 am IST

कवर्धा: Fake medical certificate case Kawardha फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट मामले में बड़ी कार्यवाई हुए है। CMHO ने जिम्मेदार अधिकारी को निलंबित कर दिया है। डॉ मनीष जॉय ने फर्जी तरीके से मेडिकल सर्टिफिकेट बनाया था। मनीष जॉय ने 3 युवाओं के लिए सर्टिफिकेट बनाया था। जांच के बाद आरोप सही पाए जाने के बाद यह कार्यवाई को गई है। कवर्धा जिला अस्पताल में पदस्थ नेत्र सहायक अधिकारी डॉ मनीष जॉय को स्वास्थ्य विभाग के संभागीय संयुक्त संचालक ने सस्पेंड कर दिया है।

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क्या है पूरा मामला

Fake medical certificate case Kawardha दरअसल मामला पुलिस भर्ती 2021 से जुड़ा हुआ है। फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट की शिकायत मिलने के बाद तीनों नवनियुक्त आरक्षकों का दोबारा मेडिकल जांच कराई गई। जिनके खिलाफ शिकायत की गई थी, उन 2 युवकों को राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज जांच के लिए भेजा गया।  जहां दोनों की मेडिकल रिपोर्ट अनफिट पाई गई। वहीं एक युवक का कवर्धा जिला हॉस्पिटल से मेडिकल अनफिट मिला।  पुलिस भर्ती के लिए मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाने कि अनिवार्य प्रक्रिया है। तीनों पुलिस आरक्षकों का डॉ मनीष जॉय ने फर्जी तरीके से मेडिकल सर्टिफिकेट बनाया था। मामले का खुलासा तब हुआ जब राजनांदगांव में इन आरक्षकों को मेडिकल जांच में अनफिट पाया गया। 4 साल तक चले जांच के बाद आखिरकार अब मनीष जॉय को संस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही सीएमएचओ को एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं।

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कवर्धा में फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट मामले में क्या हुआ था?

कवर्धा के डॉ. मनीष जॉय ने तीन युवाओं के लिए फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट बनाए थे, जिनकी जांच में अनफिट रिपोर्ट आई। इसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया है।

डॉ. मनीष जॉय को क्यों निलंबित किया गया?

डॉ. मनीष जॉय ने पुलिस भर्ती के दौरान तीन युवाओं के लिए फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट जारी किए थे, जिसके बाद उनकी निलंबन कार्रवाई की गई।

इस मामले में कितने युवाओं को फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट दिया गया था?

इस मामले में डॉ. मनीष जॉय ने तीन युवाओं को फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट जारी किए थे।

फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट का मामला कब सामने आया?

यह मामला 2021 में पुलिस भर्ती के दौरान सामने आया, जब जांच के बाद तीनों युवाओं को अनफिट पाया गया।

क्या इस मामले में अब आगे की कार्रवाई की जाएगी?

हां, इस मामले में CMHO को एफआईआर दर्ज कराने का निर्देश दिया गया है, और आगे की जांच की जाएगी।
 
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