कांकेर। एनडीए के राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने आज अपना नामांकन दाखिल कर दिया। इस दौरान छतीसगढ़ के कांकेर लोकसभा के आदिवासी सासंद मोहन मंडावी द्रौपदी मुर्मू के प्रस्तावक बने।
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बता दें द्रौपदी मुर्मू झारखण्ड की राज्यपाल रह चुकी है और आदिवासी नेत्री भी रही है। छतीसगढ़ से सांसद मोहन मंडावी समेत कुछ विधायको को राष्ट्रपति के नामांकन के लिए दिल्ली से बुलावा आया था, जिसके बाद सभी दिल्ली पहुचे थे। इस दौरान छतीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके, सरगुजा सासंद रेणुका सिंह समेत छतीसगढ़ के कुछ सासंद और विधायक भी मौजूद थे।
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इस दौरान मोहन मंडावी ने राष्ट्रपति उम्मीदवार के प्रस्तावक के रूप में कहा की राष्ट्रपति चुनाव में संख्या बल के आधार पर भाजपा नीत एन डी ए उम्मीदवार की जीत निश्चित है। एन डी ए ने एक आदिवासी नेता द्रोपदी मुर्मू को उम्मीदवार घोषित कर एक ऐतिहासिक निर्णय लिया है।
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यह न केवल आदिवासी समाज के लिए गौरव का विषय है बल्कि पूरे भारत में इस निर्णय की तारीफ़ हो रही है। सांसद मोहन मंडावी जी ने इसके लिए भाजपा नीत एन डी ए के प्रति आभार प्रकट करते हुए राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू को अग्रिम बधाई दिए हैं।
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