जांजगीर-चाम्पा: कद्दावर आदिवासी नेता और छग औद्योगिक विकास निगम के अध्यक्ष नंदकुमार साय ने प्रदेश में शराबबंदी को लेकर बड़ा बयान दिया है। IBC24 से खास चर्चा में उन्होंने कहा है कि अगर शराबबंदी की बात हुई थी तो बात उठेगी ही। सरकार को सोचना चाहिए कि क्या बात हुई थी और क्या नहीं हुआ। यह सरकार में बैठे लोग ही बता सकते हैं। (CG Nandkumar Sai on Sharab bandi) उन्होंने भाजपा पर सीधा निशाना तो नहीं साधा लेकिन यह जरूर कहा कि बीजेपी में कुछ लोग खुद को मुख्यमंत्री का चेहरा मानते हैं। उनसे पूछा जाना चाहिए कि क्या भाजपा की तरफ से वही सीएम फेस हैं। नंदकुमार साय बुधवार को जांजगीर-चाम्पा जिले के दौरे पर थे इस दौरान उन्होंने IBC24 से खास चर्चा की।
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प्रदेश के चुनाव में छतीसगढ़ियावाद के हावी रहने के सवाल पर कहा कि छत्तीसगढ़ का मतलब हैं जो सबले बढ़िया हैं। छत्तीसगढ़ियावाद का मतलब माता कौशिल्या का मायका, श्रीराम का ननिहाल, बस्तर और दंडकारण्य का श्रीराम वन पथ गमन। छत्तीसगढ़ देश दुनिया में इसलिए ही पहचान और महत्व रखता हैं। इस तरह छत्तीसगढ़ छत्तीसगढ़ियों के लिए बना है, छत्तीसगढ़ियावाद के लिए ही बना हैं। भले ही यह सभी गैर चुनावी विषय हैं लेकिन यही छत्तीसगढ़ियावाद है और इनका आने वाले चुनाव पर पूरा असर होगा।
धान खरीदी के मुद्दे के हावी होने और कांग्रेस के लिए इसका चुनाव पर प्रभाव पर पूछे जाने पर कहा कि धान कांग्रेस का ही मुद्दा रहा हैं। कांग्रेस ने यह मुद्दा उठाया था। खेती घाटे का धंधा हो गया था। लेकिन मौजूदा सरकार ने जब से धान कीमत को ठीक देने की योजना बनाई हैं तब से किसानो की स्थिति भी सुधरी हैं और किसान भी खुश हैं। इसलिए वे मानते हैं कि चुनाव पर पूरा असर होगा।
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भाजपा के सीएम फेस के सवाल पर उन्होंने कहा वह अब बीजेपी में हैं नहीं और जब थे तो काफी परेशान थे। वे अक्सर सोचते थे कि भाजपा में सीएम का चेहरा कौन होगा। उन्होंने लम्बे समय तक इस पर विचार किया और नेताओं से बात की, लेकिन कुछ समझ में नहीं आया। (CG Nandkumar Sai on Sharab bandi) इसलिए अब वे ही बता पाएंगे की उनकी तरफ से मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा। फ़िलहाल कुछ लोग वहां खुद को सीएम फेस के तौर पर पेश कर रहे हैं। भाजपा के मजबूती के सवाल पर कहा लोकतंत्र में विरोधी दलों को मजबूत होना चाहिए। यह लोकतंत्र के संचालन के लिए जरूरी हैं।
सीएसआईडीसी के अध्यक्ष के तौर पर मिली नयी जिम्मेदारी के सवाल पर नंदकुमार साय ने कहा वह अभी औद्योगिक विकास निगम का अध्ययन कर रहे हैं। वे देख रहे हैं कि क्या उनका निगम रोजगार का सृजन कर सकता हैं और अगर ऐसा संभव हैं तो किन-किन क्षेत्रो में युवाओं को रोजगार दिया जा सकता है। इस पर उन्होंने विचार शुरू किया है और अभी काफी विचार किया जाना बाकी हैं।
राजुकमार साहू जांजगीर-चाम्पा IBC24
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7 hours ago