रायपुरः Grand Vision Corruption राजधानी रायपुर समेत छत्तीसगढ़ में केबल नेटवर्क चलाने वाले गुरुचरण सिंह होरा के ग्रैंड विजन की बड़ी धांधली सामने आई है। ग्रैंड विजन ने बिजली विभाग के बिजली खंभों का इस्तेमाल कर करोड़ों की चपत लगाई है। तो चलिए जानते हैं कि ग्रैंड विजन के ग्रैंड फर्जीवाड़े की कहानी…
Grand Vision Corruption दरअसल, केबल नेटवर्क चलाने के लिए ग्रैंड विजन 12 -13 सालों से बिजली विभाग के विद्युत खंभों का इस्तेमाल कर रहा है, लेकिन इसके लिए विद्युत विभाग को एक पैसा भुगतान नहीं कर रहा है। पैसा देना तो दूर, ग्रैंड विजन ने विद्युत पोल के इस्तेमाल के लिए सीएसईबी के सर्किल कार्यालय में आवेदन करना भी जरुरी नहीं समझा और न ही बिजली विभाग से कोई कोई एग्रीमेंट किया, जबकि ऐसा करना अनिवार्य था। सरकारी नियमों के खुलेआम उल्लंघन और सरकारी शुल्क की चोरी का ये मामला रायपुर शहर के सर्किल-2 क्षेत्र में सामने आया है।
रायपुर के सर्कल 2 रीजन में गुढ़ियारी से लेकर कोटा और टाटीबंध तक का इलाका आता है। इसी क्षेत्र में ही सीएसईबी के करीब 20 हजार बिजली के खंभे हैं। बिजली विभाग के सर्किल दो मुख्यालय से महज चंद मीटर दूर कॉलोनी में ही दशकों से ग्रैंड विजन अपना केबल नेटवर्क चलाता आ रहा है। नियम के मुताबिक साल 2012 से 2021 तक ग्रैंड विजन पर प्रति पोल 400 रुपये सालाना शुल्क, और 2022 से अब तक प्रति पोल 100 रुपये का शुल्क देना होगा। इस पर जीएसटी चार्ज और सालाना जुर्माना की राशि जोड़ लें तो ये राशि 7 से 8 करोड़ के बीच जाती है। सालों से केबल नेटवर्क के जाल से करोड़ों रुपए की खैरात ले रहे ग्रैंड विजन नेटवर्क के इस ग्रैंड फर्जीवाड़े पर अब विभाग शिकंजा कसने जा रहा है।