गरियाबंद: World’s largest natural Shivling Bhuteshwar Nath गरियाबंद स्थित विश्व के विशालतम प्राकृतिक शिवलिंग भूतेश्वर नाथ में आज सावन के पहले सोमवार पर कांवड़ियों की भीड़ उमड़ रही है। लोग शिवलिंग में जल चढ़ाकर मनोकामना मांग रहे हैं। सुबह 5:00 बजे से ही भक्तों की कतार यहां लगी हुई है तो वहीं भूतेश्वर नाथ समिति भी भक्तों की सुविधा के लिए काफी प्रयास कर रही है। 72 फीट ऊंचा और 230 फीट गोलाई लिए हुए यह विश्व का विशालतम प्राकृतिक शिवलिंग भूतेश्वर नाथ है। 1959 में प्रकाशित कल्याण पुस्तिका में भी इसका उल्लेख है दिन-ब-दिन यहां आने वाले भक्तों की संख्या बढ़ती जा रही है।
World’s largest natural Shivling Bhuteshwar Nath ऐसी मान्यता है कि सावन में इस शिवलिंग पर जल चढ़ाकर मांगी गई मनोकामना जरूर पूरी होती है यही कारण है कि साल दर साल यहां आने वाले भक्तों की संख्या बढ़ रही है। दूर-दूर से भक्त अपने क्षेत्र की नदियों का जल लेकर यहां पहुंचते हैं तो वहीं आसपास के श्रद्धालु भी बड़ी संख्या में इस शिवलिंग पर आस्था रखते हैं। माना जाता है कि यह शिवलिंग साल दर साल बढ़ता जा रहा है। समिति के लोगों के अनुसार हर साल महाशिवरात्रि पर जब पाठ किया जाता है तो शिवलिंग आधा इंच बड़ा हुआ मिलता है इस शिवलिंग को स्वयंभू शिवलिंग भी कहा जाता है मान्यता अनुसार यह धरती से स्वयं प्रकट हुआ है। सालों से ऐसा माना जाता है कि पहले सावन सोमवार पर बाकी श्रद्धालु और उसके बाद बाकी सावन सोमवार पर कांवड़ियों की भीड़ यहां उमड़ती है।
बोल बम के नारों के साथ नंगे पांव सैकड़ों किलोमीटर का पैदल सफर कर कांवड़िगण यहां अपने क्षेत्र की नदियों का जल चढ़ाकर मनोकामना मांगते हैं। भगवान शिव के भक्तों के लिए सावन का महत्व काफी अधिक होता है। सावन सोमवार को शिव भक्तों का ही दिन कहा जाता है ऐसे में आज यहां उमड़ी भक्तों की भीड़ देखकर यह कहा जा सकता है कि इस शिवलिंग की महिमा साल दर साल बढ़ती जा रही है।