भिलाई: Slum Health Mobile Van प्रदेश में शहरी श्रम बस्तियों में मोबाइल वेन के जरिए स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने वाली मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य मोबाइल वेन के पहिए आज से थम गए। दरअसल इसमें काम करने वाले पैरामेडिकल स्टाफ ने कम वेतन और नौकरी की अस्थिरता के चलते हल्ला बोल दिया। दुर्ग जिले के नगरीय निकाय क्षेत्र में 13 मोबाइल बस है, जिसमें रोजाना करीब 100 से ज्यादा मरीज पहुंचते है और आज इन बसों के वार्डों में नहीं पहुंचने की वजह से लोगों को अस्पताल का रुख करना पड़ा रहा है।
Slum Health Mobile Van बता दें कि विजयवाड़ा की बव्या हेल्थ सर्विस प्राइवेट लिमिटेड ने प्रदेशभर में मोबाइल वेन का ठेका लिया है औऱ् प्लेसमेंट के जरिए डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ और ड्राइवर की भर्ती की है। इस दौरान डॉक्टरों का तो वेतन बढ़ गया,लेकिन पैरामेडिकल स्टाफ का वेतन नहीं बढ़ा, जिसके बाद स्टाफ आंदोलन की राह पर चल पड़े है। स्टाफ का कहना है कि वेतन विसंगित की वजह से उनका मनोबल टूट रहा है, जबकि ज्वाइनिंग के वक्त उन्हें हर वर्ष 10 फीसदी वेतन बढ़ाए जाने की बात कही गई थी। लेकिन तीन साल बीत जाने के बाद भी उनका वेतन नहीं बढ़ाया गया।