रायपुर: देश के भीतर जब कभी भी चुनाव परिणाम सामने आते है अपने साथ कई विवाद भी साथ लाते है। इस तरह कहा जाए तो मतपेटियों से परिणाम ही नहीं बल्कि कई विवाद भी बाहर आते है। सबसे आम विवाद मतदान की प्रक्रिया के लिए अपनाये जाने वाले ईवीएम यानी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन को लेकर है। ईवीएम अक्सर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के निशाने पर रहा है। पार्टी के नेता से लेकर कार्यकर्ता हर चुनाव परिणाम के बाद ईवीएम में गड़बड़ी का राग अलापते है। जिन राज्यों में परिणाम कांग्रेस के पक्ष में नहीं होते वह इसे लेकर ज्यादा रार नजर आता है।
बात करें पिछले दिनों सामने आएं विधानसभा चुनाव परिणाम की तो विपक्ष के नेताओं का निशाना पर इस बार भी ईवीएम था। बात करें छत्तीसगढ़ की तो अबतक कांग्रेस के छोटे नेता ही ईवीएम पर सवाल उठा रहे तो वही अब सूबे के पूर्व मुखिया भूपेश बघेल में इस लिस्ट में शुमार हो गए है। हालांकि उन्होंने साफतौर पर ईवीएम की मुखालफत तो नहीं की लेकिन उनका कहना है कि बैलेट पेपर से चुनाव कराने में हर्ज कैसा? और इस तरह उन्होंने भी मतदान के मशीन पर सवालिया निशान खड़े कर दिए है।
दरअसल आज प्रदेश भर सतनामी समाज के पूजनीय संत शिरोमणी बाब गुरुघासी दास की जयंती मनाई जा रही है। समाज की ओर से आयोजित जयंती कार्यक्रमों में राजनेता भी पहुँच रहे है। पूर्व सीएम भूपेश बघेल भी आज इस सिलसिले में भिलाई के सतनाम भवन सेक्टर 6 पहुंचे हुए थे। यहाँ उन्होंने बाबा घासीदास की गुरुगद्दी की पूजा कर आशीर्वाद लिया और इसके बाद मीडिया से बात करते हुए कई सियासी सवालों के जवाब दिए।
ईवीएम की गड़बड़ी की आशंका से जुड़े सवाल पर भूपेश बघेल ने कहा कि ईवीएम में गड़बड़ी की आशंका सभी को है। ऐसे में एक बार बैलेट पेपर से चुनाव कराने में क्या हर्ज है? नई सरकाए के कामकाज पर पूछे गए सवाल पर पूर्व सीएम ने कहा कि 5 दिन में समीक्षा करना ठीक नहीं होगा।