राजिम: प्रदेश के मुख्यमंत्री आज छत्तीगसढ़ के प्रयाग कहे जाने वाले राजिम में थे। यहां उन्होंने भक्त माता राजिम के जयंती कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान उनके साथ छत्तीगसढ़ के उप मुख्यमंत्री अरुण साव और पूर्व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू मौजूद थे। सीएम का साहू समाज की तरफ से अभूतपूर्व स्वागत किया गया। सीएम बनने के बाद यह पहला मौका था जब मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय राजिम पहुंचे हुए थे।
इस दौरान उन्होंने विशाल जनसभा को सम्बोधित किया। सीएम ने राजिम को लेकर पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की घेराबंदी भी की। उन्होंने आरोप लगाया कि जब उनकी प्रदेश में सरकार थी तब राजिम का विदेशों में नाम था लेकिन कांग्रेस की सरकार में इसमें कमी आई। सीएम ने कहा उनकी सरकार फिर से एक बार कुम्भ की शुरुआत करने जा रही है। इसके लिए देश भर के साधु संतो को आमंत्रित किया जाएगा।
गौरतलब हैं कि साय सरकार एक बार फिर से राजिम मेले को कुम्भ का दर्जा दिए जाने की तैयारी में हैं। पिछली बार कांग्रेस की सरकार बनते ही भूपेश सरकार ने प्रस्ताव लाकर राजिम कुम्भ का नाम राजिम पुनी मेला कर दिया था। तब पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर हंगामा हुआ था। कांग्रेस ने सरकार बनाने के बाद दावा किया कि वे मेले के प्राचीन नाम को बहाल कर रहे हैं। कांग्रेस ने तर्क दिया था कि प्राचीन नाम राजिम माघ पुन्नी मेला था न कि राजिम कुंभ और 2006 में भाजपा सरकार ने राजनीतिक उद्देश्यों के लिए नाम बदलकर इसे कुंभ मेला कर दिया।