बलरामपुर। जिले के राजपुर में संचालित शासकीय महाविद्यालय में बीकॉम प्रथम वर्ष में अध्ययनरत एक मूक-बधिर छात्र वार्षिक परीक्षा से वंचित रह गया। छात्र का नाम जीतन दास है और वह कॉलेज तो रोज आता था, लेकिन परीक्षा फॉर्म नहीं भर पाने कारण वह मुख्य परीक्षा से वंचित रह गया है। उसने इस पूरे मामले में प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है।
जीतन दास जन्म से ही मूक-बधिर है, लेकिन पढ़ने की लालसा उसकी काफी ज्यादा है। पहली से बारहवीं तक अच्छे अंक लाकर उसने कॉलेज में दाखिला लिया और बीकॉम की पढ़ाई शुरू की। प्रथम वर्ष का छात्र होने और पहली से बारहवीं तक कभी फीस नहीं लगने कारण मुख्य परीक्षा का भी उसने फीस नहीं जमा किया और जानकारी के अभाव में परीक्षा का फार्म भी नहीं भर पाया। इस दौरान जब मुख्य परीक्षा शुरू हुई तो उसे कॉलेज प्रबंधन ने प्रवेश पत्र ही नहीं दिया इससे वह मुख्य परीक्षा से वंचित हो गया है।
मूक-बधिर छात्र अब अपने पिता के साथ प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहा है, ताकि उसका 1 साल बेकार ना जाए। मामले में सरगुजा विश्वविद्यालय के कुलसचिव विनोद एक्का से जब IBC24 की टीम ने बात की तो उन्होंने कहा कि क्योंकि परीक्षा शुरू हो चुका है और छात्र ने परीक्षा फार्म ही नहीं भरा। इसलिए अब उसे परीक्षा में शामिल कर पाना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि मूकबधिर छात्र के परीक्षा शुल्क शासन के गाइडलाइंस के मुताबिक ही तय किया जाता है।
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