भिलाई। निगम के कोसानगर स्थित शहरी गौठान में गाये भूखे मर रही है। चारा-पानी की कमी की वजह से रोजाना दो से चार गायें दम तोड़ रही है। यहां चार सौ से ज्यादा गाय और बछड़े हैं, लेकिन उनके लिए चारा नहीं मिल पा रहा। लंबे समय से दानदाताओं के भरोसे चल रहे इस गोठान में निगम की ओर से चारेपानी की व्यवस्था करने टेंडर किए जाने की बात तो कही जा रही, लेकिन यह टेंडर की प्रकिया केवल फाइलों में ही अटकी है, जबकि रिंग रोड़ से लगे एक और शहरी गोठान में निगम ने बकायदा टेंडर कर एजेंसी को गायों की देखभाल और चारा देने की जिम्मेदारी दी है।
IBC24 ने जब गौठान का जायजा लिया तो पता चला कि कम चारा होने की वजह से चारा डालते ही गायें आपस में ही लड़ने लगती है। हालात यह है कि कमजोर गायों को पर्याप्त चारा नहीं मिलने से वे धीरे-धीरे बीमार होकर मरने लगी है।
गौठान को संचालित करने वाले समूह की महिलाओं ने बताया कि, पहले गोबर बिक्री कर चारे की व्यवस्था आसानी से हो जाती थी, लेकिन अब गोबर खरीदी बंद हो चुकी है। वहीं, वर्मी खाद खरीदने हार्टिकल्चर विभाग तैयार है, पर यहां बिजली का एक फेज उड़ जाने की वजह से वर्मी खाद को छानने का काम नहीं हो पा रहा।
महिलाओं ने बताया कि, गौठान में चारा उगाने की पर्याप जगह है। लेकिन, निगम ने पहले इस जमीन को किसी दूसरे समूह को सब्जी-भाजी उगाने के लिए दे दिया। लेकिन उस समूह ने यहां काम ही नहीं किया और जमीन भी बंजर हो गई। अब यह न उनके उपयोग की रही और न ही गौठान के समूह को यहां चारा उगाने दिया जा रहा। इधर इस पूरे मामले में निगम के जनसंपर्क अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने इस बात को स्वीकार किया कि गोठान में चारे की कमी है। उन्होंने बताया कि जल्द ही टेंडर की फाइल आगे बढ़ेगी। वही IBC24 के माध्यम से चारे की कमी की बात संज्ञान में आने के बाद दूसरे गोठान से चारा उपल्बध कराने को कहा है।