(रिपोर्टः राजेश मिश्रा) रायपुरः उदयपुर में कांग्रेस के नव संकल्प शिविर में लिए गए निर्णय के क्रियान्वयन को लेकर आज से रायपुर में छत्तीसगढ़ नव संकल्प शिविर का आयोजन शुरू हुआ। पहले दिन उदयपुर में राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के संबोधन को राज्य के नेताओं का सुनाया गया। कांग्रेस 2023 की तैयारी में है। इस पर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने तंज कसा कि कांग्रेस के लिए चिंता का विषय इसलिए है क्योंकि पूरे देश में उसका सफाया होते जा रहा है और आने वक्त में छत्तीसगढ़ में भी सूपड़ा साफ हो जाएगा। बड़ा सवाल है सबसे मजबूत स्थिति में जिस राज्य में पार्टी है उसके लिए भाजपा की ये राय कोरी सियासत है?
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उदयपुर नव संकल्प शिविर की तर्ज पर ठीक 20 दिन बाद छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने रायपुर में भी नव संकल्प शिविर का आयोजन किया है. दो दिवसीय शिविर में उदयपुर शिविर में लिए गए नव संकल्पों पर चर्चा होगी। पहले दिन शिविर में सोनिया गांधी और राहुल गांधी के उदयपुर में दिए गए भाषण को दिखाया गया। इसके बाद सीएम भूपेश बघेल और पीएल पुनिया ने संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उदयपुर के चिंतन शिविर में जो प्रस्ताव पारित हुए, उनपर आगे हमें काम करना है। जो दिशा निर्देश मिला है पूरे प्रदेश में उस निर्देश का पालन करना है।
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इससे पहले 50-50 फार्मूले पर भी कांग्रेस नेताओं ने बेबाकी से अपनी राय रखी। शिविर के दूसरे दिन प्रदेश के वरिष्ठ नेता अलग अलग मुद्दों पर अपनी राय रखेंगे। हालांकि कांग्रेस के नव संकल्प शिविर पर विपक्ष ने तंज कसते हुए कहा कि वो जितना भी चिंतन शिविर कर लें। देश में पहले ही उसका सफाया हो रहा है। आने समय कांग्रेस छत्तीसगढ़ में भी साफ हो जाएगी।
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नव संकल्प शिविर में राहुल गांधी को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने का प्रस्ताव पेश हुआ। संगठन महामंत्री अमरजीत चावला ने ये प्रस्ताव रखा है, जिसका समर्थन शिविर में मौजूद सभी लोगो ने हाथ उठाकर किया। बहरहाल उदयपुर में लिए गए नव संकल्पों को हकीकत में बदलने कांग्रेस दो दिन रायपुर में मंथन करेगी। अब सवाल है कि दो दिन की चर्चा के बाद उन संकल्पों को कांग्रेसी जमीनी स्तर पर कैसे उतार पाते हैं, जिससे उन्हें आगामी 2023 विधानसभा चुनाव में फायदा मिल सके।