रायपुरः लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की लिस्ट शनिवार की रात जारी हुई। उम्मीद थी की छत्तीसगढ़ की सभी सीटों पर छाई धुंध छटेगी और तस्वीर साफ होगी कि आखिर किन प्रत्याशियों के बीच चुनावी टक्कर होने वाली है, लेकिन कांग्रेस सिर्फ बस्तर की सीट पर ही फैसला कर पाई। बाकि 4 सीटों के लिए नामों का इंतजार अभी भी करना होगा। कांग्रेस आखिर क्यों प्रत्याशियों के नाम तय नहीं कर पा रही?
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में शिकस्त झेल चुकी कांग्रेस उसके असर से अभी तक उबर नहीं पाई है। लोकसभा चुनाव के टिकटों को लेकर उसका कन्फ्यूजन खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। लंबे इंतजार के बाद भी वो सिर्फ बस्तर की सीट पर ही प्रत्याशी का फैसला कर पाई। बाकि 4 सीटों बिलासपुर, कांकेर, सरगुजा और रायगढ़ पर प्रत्याशियों का एलान बाकी है।
जानकार बताते हैं कि बिलासपुर सीट से कांग्रेस किसी यादव को टिकट देना चाहती है। पूरे छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने किसी यादव को टिकट नहीं दिया है। यहां से कांग्रेस विष्णु यादव को मैदान में उतार सकती है। वहीं रायगढ़ सीट पर दो-तीन नाम चर्चा में हैं। बीजेपी ने यहां से राधेश्याम राठिया को मैदान में उतारा है। कांग्रेस इस सीट से विधायक लालजीत राठिया या चक्रधर सिधार को टिकट दे सकती है। वहीं सरगुजा सीट से बीजेपी ने कांग्रेस से बीजेपी में आए चिंतामणि महाराज को टिकट दिया है। कांग्रेस उनके सामने शशि सिंह को मैदान में उतारने की तैयारी में है। यहां से अमरजीत भगत को भी टिकट देने की तैयारी थी लेकिन आईटी रेड में नाम आने के बाद ये नाम आगे नहीं बढ़ा वहीं कांकेर सीट पर बिरेश ठाकुर का नाम चर्चा में हैं, जो 2019 का चुनाव 5 हजार वोट के अंतर से हार गए थे। इस सीट से कांग्रेस मोहन मरकाम और पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज के नाम पर भी विचार कर रही है।
कांग्रेस के अंदरुनी सूत्रों के मुताबिक पार्टी इन चार सीटों पर बड़े चेहरों को मौका देना चाहती है, ताकि बीजेपी के गढ़ वाली इन सीटों पर सेंध लगा सके। पूर्व सीएम भूपेश बघेल और कई पूर्व मंत्रियों को मैदान में उताकर इसका संकेत भी दे चुकी है।