रायपुर, 11 जनवरी (भाषा) छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में एक प्रगलन संयंत्र में ढहे ‘साइलो’ के मलबे से शनिवार को 42 घंटे के अभियान के बाद तीन मजदूरों के शव बरामद किए गए, जिससे मरने वालों की संख्या चार हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
बृहस्पतिवार को मुंगेली जिले के सरगांव थाना क्षेत्र के रामबोड़ गांव के पास स्थित कुसुम स्मेल्टर्स प्राइवेट लिमिटेड में ‘साइलो’ के ढह जाने से एक मजदूर की मौत हो गई और एक अन्य घायल हो गया था।
अधिकारियों ने बताया कि मलबे में कुछ मजदूरों के फंसे होने की सूचना मिलने के बाद 400 से अधिक कर्मियों वाली विभिन्न एजेंसियों की बचाव टीमों ने अभियान शुरू किया।
मुंगेली के पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘मशीन, क्रेन और गैस कटर की मदद से खोज एवं बचाव अभियान बृहस्पतिवार दोपहर को शुरू किया गया।’
उन्होंने कहा कि राख से भरे विशाल ढांचे को हटाना एक कठिन कार्य था।
पटेल ने कहा, ’42 घंटे तक जारी रहे बचाव अभियान के दौरान लोहे के ढांचे और राख को हटाया गया, जिसके परिणामस्वरूप शनिवार सुबह तीन शव बरामद हुए।’
उन्होंने बताया कि तीनों मृतकों की पहचान बिलासपुर जिले के निवासी जयंत साहू (35), बलौदाबाजार जिले के निवासी प्रकाश यादव (20) और जांजगीर-चांपा जिले के निवासी अवधेश कश्यप (32) के रूप में हुई है।
बृहस्पतिवार को बरामद शव की पहचान मनोज कुमार धृतलहरे (35) के रूप में हुई।
बचाव दल में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ), पुलिस, जिला प्रशासन, औद्योगिक सुरक्षा, स्वास्थ्य और अन्य एजेंसियों के कर्मी शामिल थे।
पटेल ने बताया कि प्लांट इंचार्ज अमित केडिया, प्रबंधक अनिल प्रसाद और प्लांट प्रबंधन के खिलाफ शुक्रवार को प्राथमिकी दर्ज की गई।
उन्होंने बताया कि आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
भाषा योगेश शोभना
शोभना
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