Chhattisgarh Rajyotsava Ka Samapan

Chhattisgarh Rajyotsava 2024 : छत्तीसगढ़ राज्योत्सव का हुआ समापन, कार्यक्रम में शामिल हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़

Chhattisgarh Rajyotsava 2024 : छत्तीसगढ़ राज्योत्सव 2024 के समापन और राज्य अलंकरण समारोह को संबोधित करते हुए कहा उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने

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Reported By: Rajesh Mishra

Modified Date: November 6, 2024 / 11:59 PM IST
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Published Date: November 6, 2024 11:56 pm IST

रायपुर : Chhattisgarh Rajyotsava 2024 : छत्तीसगढ़ राज्योत्सव 2024 के समापन और राज्य अलंकरण समारोह को संबोधित करते हुए कहा उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि, छत्तीसगढ़ देश के लिए एक मिसाल, यहां विकास के नये कीर्तिमान बन रहे है। इस मौके पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने लोककलाकारों को प्रोत्साहित करने की महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने कहा कि ‘‘ए’’ श्रेणी के कलाकारों की अधिकतम कार्यक्रम स्वीकृति सीमा को 10 से बढ़ाकर 20 और ‘‘बी’’ श्रेणी के कलाकारों की अधिकतम सीमा 12 को बढ़ाकर 24 किया गया है। इस मौके पर उप राष्ट्रपति ने छत्तीसगढ़ की 36 विभूतियों का अलंकृत किया।

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छत्तीसगढ़ के 36 सम्मानों को देख मिली ऊर्जा : उप राष्ट्रपति जगदीप धखड़

Chhattisgarh Rajyotsava 2024 :  राज्योत्सव के समापन के मौके पर उप राष्ट्रपति जगदीप धखड़ ने कहा कि, अटल बिहारी वाजपेयी ने ऐसी सर्जरी की कि किसी को पीड़ा नहीं हुई और तीन नये राज्यों का निर्माण किया। उपराष्ट्रपति ने कहा छत्तीसगढ़ के 36 सम्मान, इन्हें देखकर मुझे ऊर्जा मिली है। विकसित भारत के निर्माण के लिए सबकी भागीदारी की जरूरत है। इसमें छत्तीसगढ़ का योगदान बढ़चढ़कर होगा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ देश के लिए एक मिसाल, यहां मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में विकास के नये कीर्तिमान बन रहे हैं। इस मौके पर उन्होंने राज्य अलंकरण से सम्मानित सभी विभूतियों कोे बधाई दी।

उपराष्ट्रपति ने आगे कहा कि, जब शताब्दी ने पलटी खाई तो छत्तीसगढ़ का उदय हुआ, ये यात्रा यहां तक आ गई है। इसके लिए बहुत शुभकामनाएं देता हूँ, छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया, पुरानी कहावत है आज भी कानों में गूंजती है। आप सभी इस कहावत को चरितार्थ कर रहे हैं। इस समारोह में आकर मेरा मन गौरव से भर गया है। छत्तीसगढ़ की पावन धरती समृद्ध सांस्कृतिक जीवन का दस्तावेज है। राष्ट्र के प्रति समर्पण और भारतीयता हमारी पहचान है। वर्ष 2000 में इस राज्य को विशिष्ट पहचान मिली। पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी को इस अवसर पर याद न करें तो बड़ी चूक होगी। उनकी याद सदैव आती है। राष्ट्रहित पर वे हमेशा अटल और मानवीय भावनाएं के विषय में बहुत कोमल थे।

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अपने स्वर्ण युग में प्रवेश करेगा छत्तीसगढ़

Chhattisgarh Rajyotsava 2024 :  उन्होने कहा कि अगले साल छत्तीसगढ़ अपने स्वर्ण युग में प्रवेश करेगा इसका सुखद समन्वय भारत के अमृत काल के साथ हो रहा है। हमें अपनी गौरवमयी विरासत को नहीं भूलना चाहिए। यह मौका है हमारे महापुरुषों को याद करने का। आज जब हम अमृतकाल मना रहे हैं। मुझे और आपको गर्व है कि जिन लोगों ने अपना बलिदान किया, उन्हें दूर दूर जाकर हम उन्हें नमन कर रहे हैं। उनके समक्ष नतमस्तक हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि सेवा निःस्वार्थ होना चाहिए, इसमें कोई स्वार्थ नहीं होना चाहिए। निःस्वार्थ सेवा के नाम पर या आड़ पर हमारी श्रद्धा को परिवर्तन करने का प्रयास किया जा रहा है। हमारी संस्कृति हजारों साल पुरानी है उस पर प्रहार किया जा रहा है। इस पर हमें सजग होना चाहिए। यह धनबल के आधार पर हो रहा है। भोलेपन के आधार पर हो रहा है।

भारत की आत्मा को जीवंत रखने के लिए ऐसी ताकतों को कुचलने की आवश्यकता है। आपसे आग्रह है कि इनसे सचेत रहिये। इन प्रयत्नों में खासतौर पर हमारे आदिवासियों भाइयों को निशाना बनाया जाता है। हमारे भारत की संस्कृति सबको समेटने वाली संस्कृति है। इस विशेषता को बरकरार रखना है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने नक्सलवाद से लड़ने का काम किया है। सरकार की सकारात्मक नीतियों की वजह से युवाओं को अनेक अवसर मिल रहे हैं। मेरे मन में शंका नहीं है कि छत्तीसगढ़ का देश की प्रगति में बड़ा योगदान रहेगा। छत्तीसगढ़ की प्राकृतिक संपदा बेहद समृद्ध है। इस राज्य में अनेक संभावनाएं हैं। इस ओर ध्यान दिया जा रहा है। नतीजे भी अच्छे आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के निरंतर विकास के लिए मैं मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को बधाई देना चाहता हूँ।

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इस मौके पर राज्यपाल रामेन डेका ने कहा कि, मैं असम प्रदेश से आता हूं। यह हरा-भरा प्रदेश है। छत्तीसगढ़ और असम राज्य में कई समानताएं हैं। छत्तीसगढ़ का 44 प्रतिशत हिस्सा वनों से घिरा हुआ है। दोनों ही राज्य प्राकृतिक सम्पदा से भरपूर राज्य है। प्रकृति के साथ संतुलन बनाए रखते हुए छत्तीसगढ़ को विकास के पथ पर सतत् आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की प्रशंसा करते हुए कहा कि, छत्तीसगढ़ की स्थापना के 24 वर्षाे में हमने शिक्षा, कृषि, स्वास्थ्य और कई अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है।

राज्योत्सव छत्तीसगढ़ियों की एकता और अखण्डता का प्रतीक : सीएम साय

Chhattisgarh Rajyotsava 2024 :  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अपने संबोधन की शुरुआत अलंकृत हो रही सम्मानित विभूतियों को बधाई देते हुए की। उन्होंने कहा कि आज अलंकृत हो रही विभूतियों में नारायणपुर के बुटलू राम माथरा भी हैं। उनकी सराहना ‘‘मन की बात’’ कार्यक्रम में हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री जी ने भी की थी।मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्योत्सव 3 करोड़ छत्तीसगढ़ियों की एकता और अखण्डता का प्रतीक है। पिछले 2 दिनों में हम लोगों ने 24 वर्षों की यात्रा के दौरान छत्तीसगढ़ को मिली उपलब्धियों का जश्न मनाया, लेकिन आज का यह अवसर अपनी आगे की यात्रा के बारे में बात करने का अवसर है, विकास की नई ऊंचाईयों को छूने का संकल्प लेने का अवसर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले साल हम लोग राज्य स्थापना की रजत जयंती मनाएंगे, उसके आगे की यात्रा राज्य के स्वर्णिम भविष्य के साथ स्वर्ण जयंती की ओर आगे बढ़ने की यात्रा होगी।

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Chhattisgarh Rajyotsava 2024 :  उन्होंने कहा कि आदिवासी क्षेत्रों में शांति स्थापित करते हुए लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ की पुण्य भूमि में हिंसा का कोई स्थान नहीं है। माओवाद के खिलाफ कड़ाई के साथ लड़ रहे हैं। राज्य में माओवाद अब अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है। इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री साय ने लोककलाकारों को प्रोत्साहित करने महत्वपूर्ण घोषणा भी की। उन्होंने छत्तीसगढ़ के लोक कलाकरों को प्रोत्साहित करने तथा लोक संस्कृति का देश विदेश में प्रचार-प्रसार करने के उद्देश्य से बनाए गए ‘‘छत्तीसगढ़ कलाकार पंजीयन भुगतान नियम 2021’’ के संबंध में कला, संगीत, नृत्य, नाट्य एवं गायन के क्षेत्र में राज्य अलंकरण प्राप्त कलाकारों के लिए एक विशिष्ट ग्रेड ‘ए 1’ निर्धारित करने की घोषणा की।

इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष डा. रमन सिंह ने भी समारोह को संबोधित किया। उप राष्ट्रपति के समक्ष अबूझमाड़ के बच्चों ने मलखंब का प्रदर्शन किया ।मलखंभ का प्रदर्शन देख उप राष्ट्रपति जगदीप धनगड़ गदगद हो गए । उन्होंने मलखंभ की टीम को दिल्ली आमंत्रित किया और संसद भवन, वॉर मेमोरियल, पीएम संग्रहालय दिखाने वादा किया इसके साथ ही सभी का संसद टीवी में साक्षात्कार की भी बात कही ।उप राष्ट्रपति वापस मंच पर आकर मलखंभ टीम के सबसे छोटे बच्चे को गोद उठाया।

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